आप भी जरूर चाय पीने के शौकीन होंगे। पर क्या आप जो चाय पीते हैं वो सेहत के लिए लाभप्रद है?
इस लेख में हम आपको ऐसी चाय के बारे में बताने जा रहे हैं जो न सिर्फ फायदेमंद है साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल और शुगर दोनों को नियंत्रित रखते हुए आपको गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा सकती है। हम बात कर रहे हैं ब्लैक टी की। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर इस चाय के सेवन से हृदय और आंत तो स्वस्थ रहता ही है साथ ही साथ आप कई प्रकार की अन्य क्रोनिक बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकते हैं।अध्ययनों में भी इसकी पुष्टि होती है कि नियमित रूप से ब्लैक टी का सेवन करने से अन्य चाय की तुलना में अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
ब्लैक टी कई मामलों में बहुत फायदेमंद
शोधकर्ता बताते हैं, ब्लैक टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और अन्य आवश्यक यौगिक शरीर में ऑक्सीडेटिव डैमेज और इंफ्लामेशन को कम करने में सहायक हैं। यह कैमेलिया साइनेंसिस पौधे से आती है। इस चाय में पॉलीफेनॉल्स होता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट का सेवन करने से क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करने और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
ब्लैक टी बनाने के लिए सबसे पहले पानी उबालें। इसमें टी बैग या 2-3 ग्राम चाय की पत्तियां डालें। जब पानी आधा रह जाए तो छानकर इसका सेवन करें। इसमें दूध या चीनी नहीं डाली जाती है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
ब्लैक टी में फ्लेवोनोइड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जिसे हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। फ्लेवोनोइड्स कुछ सब्जियों, फलों, रेड वाइन और डार्क चॉकलेट में भी पाए जाते हैं। नियमित रूप से इनका सेवन करने से हृदय रोगों के कई जोखिम कारकों जैसे उच्च रक्तचाप, हाई कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और मोटापा घटाने में मदद मिल सकती है।
अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया कि ब्लैक टी पीने से बैड कोलेस्ट्रॉल में 4.64mg/dL की कमी आई। यह प्रभाव उच्च हृदय जोखिम वाले लोगों में अधिक स्पष्ट था।
ब्लड प्रेशर भी रहता है कंट्रोल
हाई ब्लड प्रेशर से हृदय रोग, किडनी फेलियर, स्ट्रोक, दृष्टि हानि और दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। आहार और जीवनशैली में बदलाव आप रक्तचाप को कम कर सकते हैं। अध्ययनों की समीक्षा में उच्च रक्तचाप वाले लोगों में ब्लैक टी के प्रभावों को देखा गया।
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि नियमित रूप से ब्लैक टी के सेवन से सिस्टोलिक रक्तचाप 4.81 मिमी एचजी और डायस्टोलिक रक्तचाप 1.98 मिमी एचजी कम आई। जिन लोगों ने तीन महीने से अधिक समय तक नियमित रूप से इसका सेवन किया उनमें ब्लड प्रेशर काफी बेहतर रूप से नियंत्रित रहा।
शुगर नियंत्रित रखने में भी इसके लाभ
ब्लड प्रेशर की ही तरह से ब्लड शुगर को भी कंट्रोल रखने में इसके लाभ देखे गए। उच्च रक्त शर्करा के स्तर से टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा, हृदय रोग, किडनी की बीमारी हो सकती है। प्री-डायबिटीज और बिना डायबिटीज वाले लोगों पर ब्लैक टी के प्रभावों को जानने के लिए किए गए अध्ययन में पाया गया कि ये चाय शरीर में इंसुलिन के उपयोग को बढ़ाने में मदद कर सकती है।