पेरिस ओलंपिक की शुरुआत में अब 20 दिन का समय शेष है। इससे पहले भारतीय हॉकी टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है। मुकाबले से पहले टीम के कोच क्रेग फुल्टन ने खिलाड़ियों को गुरूमंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक का दबाव लिए बगैर फिलहाल न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच पर फोकस रखें।
फुल्टन ने कहा, “मैं जानता हूं कि टोक्यो ओलंपिक के कांस्य के बाद अपेक्षायें बढी है लेकिन हकीकत यह है कि टीम ने अच्छी प्रगति की है। लंदन ओलंपिक (2012) में 12वें, रियो (2016 ) में आठवें स्थान से तोक्यो (2020) में तीसरे स्थान पर रहने तक टीम काफी आगे बढ़ गई है। मेरा मंत्र स्पष्ट है कि खेल पर फोकस करें, ओलंपिक पर नहीं। यह हॉकी का ही मैच है और नियम भी बदले नहीं हैं।”भारत में 2018 विश्व कप जीतने वाली बेल्जियम टीम के सहायक कोच रहे फुल्टन को ओलंपिक की तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला लेकिन उन्हें कोई मलाल नहीं है। वह पिछले साल अप्रैल में भारतीय टीम से जुड़े थे।
उन्होंने कहा, “आम तौर पर एक ओलंपिक से दूसरे ओलंपिक तक का समय मिलता है लेकिन यह कोई बहाना नहीं है। हमने मेरे आने के तीन महीने के भीतर एशियाई खेलों का स्वर्ण जीतकर ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया। टीम आत्मविश्वास से भरी है और अच्छा खेल रही है।”
एफआईएच प्रो लीग में भारत के सातवें स्थान पर रहने या विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर खिसकने से फुल्टन चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा, “प्रो लीग में हम कुछ मैचों में अच्छा नहीं खेल सके लेकिन उसमें मकसद ओलंपिक के लिये टीम चयन था और काफी बदलाव किये गए। लेकिन सातवें स्थान पर रहने और जीतने वाली टीम में दस अंक का ही अंतर था यानी यह काफी करीबी था हम अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम के साथ नहीं खेले। यही वजह है कि रैंकिंग में भी गिरावट आई ।लेकिन इससे मैं परेशान नहीं हूं।”