फतेहपुर जिले में बकेवर थाने के रूसी गांव के मां-बेटा हत्याकांड में घटनाक्रम के हालात साफ न होने से पुलिस उलझी है। परिवार की किसी से ऐसी रंजिश भी नहीं सामने आ रही, जिसकी वजह से हत्या की जाए। परिवार के आर्थिक हालात भी अच्छे नहीं है, जिससे चोरी व लूट के विरोध में हत्या की जाए।
रूसी गांव के सत्यम अवस्थी के घर के अंदर पहले कदम पर ही खून फैला मिला। कुछ दूरी पर ईंट पड़ी थी। आंगन एक किनारे नाली के पास भारी मात्रा में खून फैला था। दूसरी ओर कमरे में शव मिले। घर के अंदर के हालात से पता लगता है कि हत्याकांड को अंजाम देने में दो से तीन लोग रहे होंगे।
मां और बेटे अपने बचाव में घर के चारों ओर भागते रहे। कातिल दौड़ाकर हमला करते रहे। कातिल दोनों को जिंदा नहीं छोड़ना चाहता था। पहले दोनों को डंडे से मारा गया। उसके बाद कुल्हाड़ी और सिर को ईंट से कूच डालना माना जा रहा है। कयास यह भी लगाए जा रहे कि बेटे को बचाने की कोशिश में भी मां की हत्या की जा सकती है।
परिवार की पड़ोसियों से कहासुनी की रंजिश रही है
बेटे की हत्या के बाद मां चश्मदीद गवाह भी हो सकती है। पुलिस को आसपास और करीबियों पर शक है। उनके मोबाइल की लोकेशन भी पुलिस खंगाल रही है। मोबाइल लोकेशन से हालात काफी हद तक साफ हो सकेंगे। परिवार की पड़ोसियों से कहासुनी की रंजिश रही है।
ई-रिक्शा चलाकर परिवार चलाता था सत्यम
आरोप लगाया कि पड़ोसी सत्यम से जमीन का बैनामा भी कराना चाहता था। पक्षों के बीच गाली गलौज धमकी की कई बार पुलिस से शिकायत भी हो चुकी है। सत्यम और उसकी मां का परिवार के अन्य लोगों से भी खास वास्ता नहीं रहता था। सत्यम ई-रिक्शा चलाकर परिवार चलाता था।
भाई शिवम ने रवि कश्यप पर हत्या का शक जताया
इन हालातों में पुलिस घटना के पीछे किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पा रही है। भाई शिवम ने रवि कश्यप पर हत्या का शक जताया है। उसके नाम पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि रवि गैर जनपद काम करता है।
घर में बाइक सवारों के आने की चर्चा
सत्यम के घर में बाइक सवार दो लोगों के शुक्रवार रात नौ बजे आने की चर्चा उठी है। उनका किसी ने वीडियो भी बनाया था। पुलिस की जांच में बाइक सवारों को क्लीन चिट मिली है। पुलिस के मुताबिक बाइक सवार रात को सत्यम के पास ई रिक्शा बुकिंग को पहुंचे थे।
चार साल पहले बेची थी जमीन
सत्यम के दिवंगत पिता रामसहाय परिवार समेत कानपुर के बारा देवी में रहते थे। जूही थाने के सामने मंदिर में पुजारी थे। उनकी जनवरी 2024 में मौत हुई थी। उनकी बीमारी के चलते ही सत्यम ने चार बिस्वा खेत बेचा था। बीमारी में खर्च के बाद बचे रुपये से ई-रिक्शा खरीदकर जीवनयापन करता था। गांव में करीब 10 बिस्वा जमीन परिवार में बची है।
पुलिस की नजदीकियों पर नजर
पुलिस ने गांव के कई लोगों से पूछताछ की। इसमें कई सुराग मिले। बताया जा रहा है कि कुछ दूरी पर रहने वाला एक युवक सुबह दरवाजे पर पहुंचा। उसने दरवाजा नहीं खुलने पर पड़ोसियों को बुलाकर अंदर देखने की बात कही। पड़ोसियों के मना करने पर उसने शिवम को सूचना दी। इसके बाद पुलिस आई। वहीं शिवम घटना की जानकारी के बाद भी काफी देर बाद पहुंचा। पुलिस इन सभी तारों को जोड़कर देख रही है।