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मुंबई घाटकोपर हादसे में महाराष्ट्र सरकार की बड़ी कार्रवाई, आईपीएस को किया बर्खास्त

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बीते महीने हुए होर्डिंग हादसे में राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आईपीएस अधिकारी कैसर खालिद को बर्खास्त कर दिया है। आईपीएस कैसर खालिद गवर्नमेंट रेलवे पुलिस के कमिश्नर के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। आरोप है कि आईपीएस खालिद ने बिना डीजीपी कार्यालय की मंजूरी के होर्डिंग लगाने की मंजूरी दे दी थी। उसी होर्डिंग के गिरने से उसके नीचे दबकर 17 लोगों की मौत हो गई थी और 70 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

जांच में लापरवाही का हुआ खुलासा
रेलवे पुलिस के डीजीपी ने आंतरिक जांच की थी, जिसकी रिपोर्ट महाराष्ट्र डीजीपी को सौंप दी गई है। इसी रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने कार्रवाई करते हुए आईपीएस अधिकारी कैसर खालिद को बर्खास्त कर दिया। जिस जगह होर्डिंग लगा हुआ था, वह रेलवे पुलिस की जगह थी। पेट्रोल पंप के पास इस होर्डिंग को लगाने की मंजूरी आईपीएस कैसर खालिद ने ही दी थी। जांच में पता चला है कि होर्डिंग का आधार उसका वजन संभालने के लिहाज से कमजोर और अपर्याप्त था।

भाजपा नेता किरीट सोमैया ने लगाए थे गंभीर आरोप
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर हाल ही में एक के बाद एक कई पोस्ट साझा कर आईपीएस कैसर खालिद पर गंभीर आरोप लगाए थे। इन पोस्ट में दावा किया गया कि ‘ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (जिसका निदेशक भिंडे था) द्वारा मुंबई के घाटकोपर और दादर क्षेत्रों में ‘दो दर्जन अवैध होर्डिंग’ के लिए विभिन्न रेलवे पुलिस और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) अधिकारियों को 5 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।’

सोमैया ने पोस्ट में दावा किया, ‘घाटकोपर होर्डिंग्स त्रासदी। एसआईटी द्वारा 46 लाख रुपये की रिश्वत के सबूत और बैंक प्रविष्टियाँ पाई गईं। भावेश भिंडे ने मोहम्मद अरशद खान के माध्यम से कैसर खालिद (रेलवे पुलिस आयुक्त) को 46 लाख रुपये का भुगतान किया। मोहम्मद अरशद खान ने ये 46 लाख रुपये महापात्रा गारमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड में जमा किए।’ उन्होंने बताया कि महापात्रा गारमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को 20 जून, 2022 को कैसर खालिद की पत्नी सुम्माना कैसर खालिद और मोहम्मद अरशद खान द्वारा गठित किया गया था।’

विज्ञापन फर्म का मालिक और कर्मचारी हो चुके हैं गिरफ्तार
महाराष्ट्र सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दिलीप भोसले की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था, जिसे घाटकोपर हादसे की जांच का जिम्मा सौंपा गया था। इस मामले में होर्डिंग लगाने वाली फर्म इगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड का मालिक भावेश भिंडे गिरफ्तार हो चुका है। साथ ही फर्म के कर्मचारी जान्हवी माराठे, सागर पाटिल के साथ ही स्ट्रक्चर इंजीनियर मनोज संघु को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। मुंबई पुलिस की एसआईटी बीएमसी के इंजीनियर सुनील दलवी से पूछताछ कर रही है।