कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के बाद हिंसा से जुड़ी खबरें सामने आईं थीं। इस मामले की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी ने चार सदस्यीय समिति का भी गठन किया था। अब पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने पूर्वी बर्धमान जिले में चुनाव के बाद हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की। अधिकारी ने बताया कि हिंसा पीड़ितों को आश्रय गृहों में रखा गया है। इसके अलावा हिंसा पीड़ितों को सभी तरह की सुविधाएं प्रदान की गईं हैं।
भाजपा ने टीएमसी पर लगाए हैं हिंसा के आरोप
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा के मामले में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधा है। हालांकि, टीएमसी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इससे पहले 13 जून को भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी हिंसा के पीड़ितों को साथ लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मिलने गए थे। इस हीच पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 144 का हवाला देकर सभी को राजभवन के बाहर रोक दिया था। इसके बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस पर हैरानी भी जताई थी। उनका कहना था कि हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात के लिए राजभवन ने लिखित में अनुमति दी थी। उन्होंने राज्य सरकार से इसे लेकर सवाल भी पूछा था।
भाजपा ने गठित की है चार सदस्यीय समिति
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच के लिए भाजपा ने 15 जून को चार सदस्यीय समिति का भी गठन किया था। यह समिति 16 जून को कोलकाता पहुंची थी। समिति में पार्टी सांसद बिप्लब कुमार देब, रविशंकर प्रसाद, बृजलाल और कविता पाटीदार शामिल हैं। बिप्लब कुमार देब को इस समिति के संयोजक बनाया गया है। समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट जेपी नड्डा को सौंपेगी।