महाराष्ट्र की महायुति सरकार में सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) के एक नेता का दावा किया गया है कि उनके नेता अजित पवार के समय से आने के कारण ही लोकसभा चुनाव में महायुति सरकार बच सकी है। एनसीपी अजित गुट के नेता अमोल मितकारी ने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर क्यों भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) गठबंधन में मनमुटाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने शिवसेना नेता रामदास कदम के बयान का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने बुधवार को एक कार्यक्रम में दावा किया उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सत्ताधारी गठबंधन में पीछे के दरवाजे के एंट्री ली है।
लोकसभा चुनाव महायुति को मिली 17 सीटें
बता दें कि हाल ही खत्म हुए लोकसभा चुनाव में महायुति सरकार ने 48 लोकसभा सीटों में मात्र 17 सीटों पर जीत हासिल की है। इसमें भाजपा ने 9 सीटें जीतीं, शिवसेना शिंदे गुट ने 7 सीट और एनसीपी ने एक सीट पर जीत हासिल की है। वहीं महा विकास अघाड़ी के गठबंधन दलों की बात करें, तो कांग्रेस ने 13 सीटें, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) ने 9 सीटें और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने 8 लोकसभा सीटें जीती थी।
जुलाई 2023 में सरकार में आए थे अजित पवार
महाराष्ट्र में शरद पवार की द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जुलाई 2023 में अलग होकर अजित पवार ने भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हुए थे। इस दौरान उनके साथ एनसीपी के कई विधायक भी सत्ताधारी गठबंधन में शामिल हुए थे। रामदास कदम ने बुधवार को ये दावा किया कि अजित पवार ने सत्ताधारी गठबंधन में पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया था। शिवसेना नेता ने आगे कहा कि अगर वो कुछ दिन और नहीं आते तो ठीक रहता। वहीं इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एनसीपी अजित गुट के नेता मितकारी ने कहा कि हमारे नेता अजित पवार के समय से महायुति में आने के कारण ही बच सके हैं, नहीं तो आपको हिमालय जाना पड़ता।