महाराष्ट्र में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस लोकसभा चुनाव के बाद से सत्ता से दूर हो चुकी राजनीतिक पार्टियों को नई ऊर्जा मिली है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने विधानसभा चुनाव में जीत पर भरोसा जताया है। बुधवार को शरद पवार ने पुणे जिले की बारामती तहसील के नीरा वागज गांव में किसानों से बातचीत की। उन्होंने उनकी समस्या सुन अपनी विवशता बताते हुए कहा कि केंद्र और राज्य दोनों ही जगह हमारी सरकार नहीं है। लेकिन विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। उन्होंने कहा कि अगर सत्ता हमारे पास होती है तो हम किसानों की समस्या को हल करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमने देखा है कि लोकसभा चुनाव में किस तरह जनादेश मिला है। अगर राज्य विधानसभा चुनाव में भी ऐसा जनादेश मिलता है तो महाराष्ट्र की बागडोर हमारे हाथ में होगी। उन्होंने कहा, “अगर राज्य सरकार की शक्ति हमारे हाथ में आ जाए तो किसानों की सभी समस्याएं हल हो सकती हैं।” शरद पवार ने पुणे जिले में नीरा नदी के जल प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नदी के पानी को प्रदूषित करने में चीनी मिल की बड़ी भूमिका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को सुलझाने के लिए राज्य और केंद्र सरकारों से बात करेंगे।
बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर चुनाव हुआ। जिसमें कांग्रेस ने 13 सीटें जीतीं, जो 2019 के मुकाबले काफी हैं। वहीं शिवसेना (यूबीटी) ने नौ और एनसीपी (एसपी) ने आठ सीटें जीतीं। आम चुनावों के लिए सीट बंटवारे में, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) को तीनों दलों में से सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं, क्योंकि उसने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उसके बाद कांग्रेस ने 17 और एनसीपी (एसपी) ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था।