किडनी की बीमारियों पर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इसके जानलेवा दुष्प्रभाव हो सकते हैं। युवा आबादी में किडनी से संबंधित बीमारियों का खतरा काफी तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण वैसे तो संपूर्ण स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर होता है पर ये कम उम्र के लोगों में किडनी से संबंधित जानलेवा दुष्प्रभावों को बढ़ाने वाली मानी जा रही है।
हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में अनुमानित 37 मिलियन (3.7 करोड़) लोग क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) से पीड़ित हैं। इनमें से बड़ी संख्या 30 साल से कम आयु के लोगों की है। शुरुआती चरणों के दौरान, 10 में से नौ लोगों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें यह बीमारी है। अगर किडनी की बीमारी का समय रहते पता चल जाए और उसका सही तरीके से इलाज हो जाए, तो गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।
किडनी की समस्याओं पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो ये जानलेवा भी हो सकती है।
क्यों बढ़ रही हैं किडनी की बीमारी?
दिनचर्या की कई गड़बड़ आदतों को किडनी की बीमारियों को बढ़ाने वाला माना जाता रहा है। उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हाई कोलेस्ट्रॉल के शिकार लोगों में क्रोनिक किडनी डिजीज होने का खतरा अधिक हो सकता है। जहां तक बात कम उम्र या युवा आबादी में किडनी के बीमारियों के बढ़ने की है तो इसके लिए मुख्यरूप से दो स्थितियों को जिम्मेदार माना जा रहा है- धूम्रपान और बढ़ा हुआ रक्तचाप। अगर जीवन के शुरुआती चरणों में किडनी की बीमारी हो जाती है तो इसके कारण जीवन की गुणवत्ता पर भी नकारात्मक असर होने का जोखिम रहता है।
धूम्रपान की आदत खतरनाक
धूम्रपान का नकारात्मक असर संपूर्ण स्वास्थ्य पर हो सकता है, पर इस आदत के कारण किडनी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचने का खतरा हो सकता है। धूम्रपान आपके दिल और रक्त वाहिकाओं (कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम) को नुकसान पहुंचती है, जिससे किडनी में रक्त का प्रवाह बाधित हो सकता है। रक्त प्रवाह में होने वाली समस्याओं का जोखिम किडनी की सेहत के लिए भी बहुत हानिकारक माना जाता है। किडनी सहित संपूर्ण सेहत को ठीक रखने के लिए धूम्रपान से दूरी बनाकर रखने की सलाह दी जाती है।
उच्च रक्तचाप के भी नुकसान
कई अध्ययनों में इस बात को लेकर चिंता जताई जाती रही है कि युवा आबादी में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ती जा रही है। समय के साथ उच्च रक्तचाप आपके पूरे शरीर में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगता है, इससे किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों में रक्त की आपूर्ति कम हो जाती है। उच्च रक्तचाप के कारण आपकी किडनी में मौजूद छोटी फिल्टरिंग इकाइयां भी क्षतिग्रस्त होने लग जाती हैं जिससे किडनी का सामान्य कार्य बाधित होने लगता है। रक्त से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ निकालने में होने वाली समस्या संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।