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कहर बरपाती गर्मी से बढ़ी बिजली की मांग, हर दिन 246 गीगावाट के उच्चतम स्तर पर पहुंची डिमांड

भारत में जैसे जैसे गर्मी का कहर बढ़ रहा है, वैसे ही देश में बिजली की मांग भी बढ़ रही है। गर्मी से बचने के लिए लोग जमकर कूलर, पंखे, एसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसका असर ये हुआ है कि देश में प्रतिदिन बिजली की मांग अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, देश में हर दिन बिजली की मांग 246.06 गीगावाट के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। देश में बुधवार को 246.06 गीगावाट बिजली की सप्लाई हुई, जो कि इस साल गर्मी के मौसम में सर्वाधिक है।

पिछले साल का रिकॉर्ड टूटा
ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार को देश में बिजली की सप्लाई 237.94 गीगावाट रही थी। बीते साल सितंबर में बिजली की सर्वाधिक मांग एक दिन में 243.27 गीगावाट रही थी और अब तक पिछले साल की मांग का रिकॉर्ड टूट चुका है। आशंका है कि जून के महीने में यह मांग और बढ़ सकती है और यह नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकती है। इस साल 24 मई को सबसे ज्यादा बिजली की मांग 239.96 गीगावाट रही थी, वहीं 23 मई को यह 236.59 गीगावाट थी।

दिल्ली में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने शाम में कुछ जगहों पर हल्की बारिश और आंधी का अनुमान भी जताया है। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र में बुधवार को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि बीते 79 साल में सर्वाधिक है। इससे पहले 17 जून 1945 को 46.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।

ऊर्जा मंत्रालय के अनुमान से ज्यादा है बिजली की मांग
इस महीने की शुरुआत में ऊर्जा मंत्रालय ने अनुमान जताया था कि देश में मई महीने में दिन के समय सबसे ऊर्जा की मांग अधिकतम 235 गीगावाट तक पहुंच सकती है, वहीं शाम के समय यह 225 गीगावाट रह सकती है। वहीं जून माह में दिन के समय बिजली की मांग 240 गीगावाट और शाम के समय 235 गीगावाट रहने का अनुमान जताया गया था, लेकिन ऊर्जा मंत्रालय के अनुमानों को भी पीछे छोड़ते हुए मई माह में ही बिजली की मांग 246 गीगावाट तक पहुंच गई है। ऊर्जा मंत्रालय ने ये भी अनुमान जताया है कि इस साल गर्मियों में बिजली की अधिकतम मांग 260 गीगावाट के स्तर तक पहुंच सकती है।

देश में इस साल अप्रैल माह में बिजली की सप्लाई हर दिन 224.18 गीगावाट थी, मार्च में 221.82 गीगावाट, फरवरी में 222.16 गीगावाट और जनवरी में 223.51 गीगावाट रही थी। मौसम विभाग ने इस साल मार्च में अनुमान जताया था कि भारत में इस साल जमकर गर्मी पड़ेगी और हीटवेव के दिन भी ज्यादा रहेंगे। इसकी वजह अल नीनो प्रभाव को बताया गया था, जिसका असर मई तक रहेगा।