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इन पांच बड़ी मुसीबतों से जूझ रहे हैं यात्री, न करें भूलकर ये गलतियां और ऐसे जाएं केदारनाथ धाम

उत्तराखंड में स्थित चारधाम के कपाट खुलने के बाद मंदिरों में भक्तों का सैलाब आ गया है। चारधाम यात्रा में शामिल हुए यात्रियों को इस दौरान लंबी-लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है और दर्शन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में कई श्रद्धालु तो यात्रा पूरी किए बिना ही वापस लौट रहे हैं तो वहीं कुछ पर्यटक दर्शन के लिए परेशानी उठा रहे हैं। भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने दो दिन के लिए रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया था। 15 और 16 मई के लिए आफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए गए थे। साथ ही अव्यवस्था और परेशानी के कारण श्रद्धालुओं को बीच में ही रोक दिया गया था। वीआईपी दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया और मंदिर परिसर से कुछ दूर तक वीडियोग्राफी पर भी रोक लगा दी गई ताकि तस्वीरें लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ तीर्थ स्थान पर लगी न रहे। चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ के कारण हो रही असुविधा और परेशानी से बचने के लिए यात्रियों को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें।

चारधाम यात्रा में परेशानी

  • तीर्थयात्रियों को भीड़ के कारण दर्शन मिलने में समस्या हो रही है।
  • तीर्थयात्री अधिक भीड़ के कारण स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। भीड़ में फंसने से श्रद्धालु की मौत का मामला सामने आ चुका है।
  • चारधाम यात्रा के लिए उमड़ी भीड़ के कारण उत्तराखंड में यातायात व्यवस्था ठप हो रही है, जिसकी वजह से दो या तीन दिन के लिए आने वाले यात्री बिना पूरी यात्रा किए वापसी कर रहे हैं।
  • पर्यटकों के कारण होटल में कमरे नहीं मिल पा रहे। ऐसे में यात्रियों को ठहरने या रात गुजारने के लिए सुविधा नहीं मिल पा रही है।

कब जाएं चारधाम यात्रा पर

चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ की जिस तरह की तस्वीरें सामने आ रही है, उसे देखकर श्रद्धालुओं के मन में सवाल होगा कि चारधाम यात्रा पर जाने का सही समय क्या है। भीड़ से बचना चाहते हैं तो फिलहाल कुछ वक्त के लिए चारधाम यात्रा का प्लान न बनाएं। जुलाई या अक्तूबर तक चारधाम यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। इसके लिए भीड़ को देखते हुए ही रजिस्ट्रेशन कराएं।

चारधाम यात्रा के दौरान कहां ठहरें

चारधाम यात्रा के दौरान अत्यधिक भीड़ बढ़ने से प्रशासन को परेशानी हो रही है। देहरादून, ऋषिकेश से लेकर बद्रीनाथ मंदिर, केदारनाथ मंदिर, यमुनोत्री और गंगोत्री के आसपास के लगभग सभी होटल बुक हो चुके हैं। यात्रियों को रात गुजारने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। ऐसे में प्रशासन ने ऋषिकेश में रहने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ट्रांजिट कैंप में हैंगर और टेंट की व्यवस्था की है। साथ ही धर्मशालाओं, स्कूलों और वेडिंग पॉइंट में तीर्थ यात्रियों के रुकने का इंतजाम किया है। खाने की व्यवस्था भी की जा रही है।

दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है। भीड़ के कारण दो दिन के लिए आॅफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया था। हालांकि अगर आप दर्शन के लिए जाना चाहते हैं तो पहले आधिकारिक वेबसाइट से रजिस्ट्रेशन करा लें। इसके अलावा हेलीकॉप्टर सेवा लेने के लिए भी पहले से ही बुकिंग कराकर ही यात्रा पर जाएं।