बरेली: बरेली के नवाबगंज तहसील परिसर में चौकीदार वीरेंद्र कुमार की पिटाई का मामला तूल पकड़ गया है। लोकसभा चुनाव के बीच इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गई है। शुक्रवार को पीड़ित वीरेंद्र के साथ बरेली लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी रहे प्रवीन सिंह ऐरन, पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन समेत कई संगठनों के नेताओं ने डीएम और एसएसपी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की।
वीरेंद्र की ओर से दिए पत्र में लिखा है कि उसे दो होमगार्ड ने बुरी तरह पीटा। उसके सिर पर पैर रखकर बटों से पीटा। फिर रात को उसे थाने बुलाया गया। वहां एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, कोतवाल आदि अधिकारियों ने उसे धमकाया और सादा कागज पर अंगूठा लगवा लिया। पीड़ित ने कहा कि इन अधिकारियों के नाम एफआईआर में बढ़ाए जाएं। साथ ही होमगार्डों पर धाराएं बढ़ाकर जेल भेजा जाए व बर्खास्त किया जाए।
ये था मामला
नवाबगंज से सटे बहोरनगला गांव के वीरेंद्र कुमार थाना नवाबगंज में चौकीदार हैं। मंगलवार को वह अपनी जमीन की फर्द निकलवाने तहसील गए थे। वहां तहसीलदार कार्यालय में तैनात होमगार्ड वीर बहादुर और रामपाल उन्हें देखकर बोले कि सरकार से फ्री का राशन लेते हैं, वोट भी नहीं देते।
जब उन्होंने विरोध किया तो दोनों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गालीगलौज की। वीरेंद्र को लात-घूसों व राइफल की बट से पीटा। तहसील में मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। मामला सुर्खियों में आया तो थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा ने पीड़ित वीरेंद्र की तहरीर पर एससीएसटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर दोनों आरोपियों का शांतिभंग में चालान दिया। एसडीएम कोर्ट से आरोपियों को जमानत मिल गई।
एसपी इंटेलीजेंस ने चौकीदार से ली जानकारी
इस मामले में इंटेलीजेंस के एसपी बृहस्पतिवार को नवाबगंज पहुंचे। लोगों से घटना की जानकारी ली। पीड़ित चौकीदार से भी पूछताछ की। एसपी इंटेलीजेंस ने कोतवाल राजकुमार शर्मा से मिलकर अब तक की गई कार्रवाई के बारे में पूछा और साक्ष्य जुटाए। इससे पहले बुधवार रात एसडीएम गोविंद मौर्य के साथ एडीएम प्रशासन दिनेश कोतवाली पहुंचे थे।