लखनऊ: बसपा ने सोमवार को दो उम्मीदवारों के टिकट बदल दिए हैं। इसमें जौनपुर से क्षत्रिय उम्मीदवार को मैदान से हटाकर यादव पर दांव लगाया है तो बस्ती में ब्राह्मण उम्मीदवार को हटाकर कुर्मी बिरादरी को मैदान में उतार दिया है।
पार्टी ने तमाम चर्चाओं को दरकिनार कर जौनपुर संसदीय सीट पर बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को मैदान में उतारा था। धनंजय वर्ष 2009 में बसपा के टिकट पर ही सांसद बने थे लेकिन बीच के दौर में वह पार्टी से दूर होते गए। यहां से भाजपा ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह पर दांव लगाया है। दोनों पार्टियों से क्षत्रिय उम्मीदवार होने की वजह से इस वोटबैंक में बंटवारे की आशंका जताई जा रही थी।
इसी तरह बस्ती में बसपा ने दयाशंकर मिश्र को मैदान में उतारा तो वह ब्राह्मण वोटबैंक को गोलबंद करते दिखे। उनकी इस गोलबंदी से सीधे तौर पर भाजपा प्रत्याशी हरीश द्विवेदी को नुकसान होता दिख रहा था। अब बसपा ने दयाशंकर मिश्र के स्थान पर लवकुश पटेल को मैदान में उतारा है। लवकुश पूर्व विधायक स्व. जितेंद्र कुमार चौधरी के बेटे हैं। यह परिवार सपा-कांग्रेस प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी का करीबी माना जाता है।
इन दोनों सीटों पर उम्मीदवारों के बदलाव का सीधा फायदा भाजपा को मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। बसपा अब तक 13 उम्मीदवारों को बदल चुकी है। इससे पहले बसपा ने वाराणसी में अतहर जमाल लारी का टिकट काट कर सैयद नियाज अली को मैदान में उतारा और सप्ताह भर बाद लारी को हरी झंडी दे दी गई। इसी तरह भदोही में इरफान बबलू का टिकट काट कर हरिशंकर सिंह को मैदान में उतारा गया।