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बटन दबाते ही यात्रियों को मिलेगी मदद, पीतलनगरी डिपो में बने कंट्रोल रूम से होगी बसों की निगरानी

मुरादाबाद परिक्षेत्र की रोडवेज बसों में लगे पैनिक बटन, जीपीएस और ट्रैकिंग डिवाइस की मानीटरिंग के लिए पीतलनगरी कार्यशाला में कंट्रोल रूम बनाया गया है। कंट्रोल रूम में कंप्यूटर और एलईडी डिस्प्ले लगा दी गई है। कंट्रोल रूम को 15 दिन के भीतर चालू कर दिया जाएगा। यात्री पैनिक बटन का इस्तेमाल करके किसी दुर्घटना या छेड़खानी अथवा अन्य किसी प्रकार की असुविधा की जानकारी कंट्रोल रूम को दे सकेंगे।

इसके बाद यात्रियों को तुरंत कंट्रोल रूम से मदद मिलेगी।यात्रियों की सुरक्षा के लिए मुरादाबाद परिक्षेत्र की 185 बसों में वीएलटी-पीएसआईएस प्रोजेक्ट के माध्यम से पैनिक बटन, जीपीएस और ट्रैकिंग डिवाइस लगाया गया है। पैनिक बटन व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा हुआ है। बसों में खतरा होने पर महिला या कोई अन्य व्यक्ति इस बटन को दबा सकता है।

इसे दबाते ही ये रोडवेज में बने कंट्रोल रूम को एक मैसेज भेज देगा। मैसेज में बस नंबर, लोकेशन और पैनिक बटन प्रेस करने का समय लिखा होगा। कंट्रोल रूम के कर्मचारी के द्वारा उस बस के परिचालक से फोन पर बात कर समस्या की जानकारी ली जाएगी। जरूरत होने पर तत्काल पुलिस आदि की सहायता पहुंचेगी। इसके अलावा बस में सफर करने वाले यात्री यूपीएसआरटीसी के द्वारा बनाए गए यूपी मार्गदर्शी एप का इस्तेमाल कर कंट्रोल रूम से सहायता ले सकते हैं।

कंट्रोल रूम में तीन टीमें काम करेंगी
पीतलनगरी डिपो कार्यशाला में बने कंट्रोल रूम से मुरादाबाद परिक्षेत्र की सभी बसों की निगरानी की जाएगी। कंट्रोल रूम में तीन टीमें काम करेंगी। कंट्रोल रूम 24 घंटे चालू रहेगा। कंट्रोल रूम में एमआईएस(मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम) के माध्यम से बसों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। प्रोजेक्ट मैनेजर चंद्रकांत वर्मा ने बताया कि कंट्रोल रूम से ऑनलाइन पता चल जाएगा कि बस कितनी किलोमीटर चली है। बसें रूट पर बने बस स्टॉप पर रुक रही हैं या नहीं। बसें कितनी स्पीड से चल रही हैं। सबकी निगरानी की जाएगी।

यूपी मार्गदर्शी एप भी दूर करेगा यात्रियों की समस्याएं
यात्रियों की मदद के लिए यूपीएसआरटीसी ने यूपी मार्गदर्शी एप तैयार किया है। यात्रियों को इसको अपने मोबाइल में प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा। एप में इमरजेंसी बटन दबाते ही कंट्रोल रूम को सूचना पहुंचेगी और संबंधित यात्री के पास तुरंत कॉल आएगी। कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी यात्रियों की समस्या का समाधान करेंगे।

इसके बाद यात्रियों को सेवा के संबंध में फीडबैक देना होगा ताकि विभाग को पता चल सके कि समस्या का समाधान हुआ या नहीं। प्रोजेक्ट मैनेजर चंद्रकांत वर्मा ने बताया कि जीपीएस, पैनिक बटन और व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम को चालू कर दिया गया है। मोबाइल अप्लीकेशन यूपी मार्गदर्शी एप गूगल प्ले स्टोर पर यूपीएसआरटीसी से अनुमति मिलते ही दिखने लगेगा। उन्होंने बताया कि यूपी मार्गदर्शी एप के माध्यम से यात्री बस की लोकेशन, रूट और समय की जानकारी भी कर सकेंगे।

परिक्षेत्र के सभी बस अड्डे पर लगाई गई एलईडी स्क्रीन
मुरादाबाद, पीतलनगरी, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर, नजीमाबाद, चांदपुर बस अड्डे पर एलईडी स्क्रीन लगाई जा चुकी है। स्क्रीन कंट्रोल रूम से जुड़ा हुआ है। स्क्रीन को चालू कर दिया गया है। कंट्रोल रूम के चालू होते ही स्क्रीन पर बसों के रूट, समय, प्लेटफार्म दिखने लगेगा। जिससे यात्रियों को बस के बारे में पूछताछ को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी।