लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल को होगी। चुनाव आयोग ने भीषण गर्मी के बीच शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव तैयारियां की हैं। हालांकि, लगातार बढ़ रहा तापमान आयोग के साथ-साथ लोगों के भी पसीने छुड़ा रहा है। मौसम विभाग ने आगाह किया है कि 26 अप्रैल को मतदान के लिए घरों से निकलने पर जनता को चिलचिलाती धूप का सामना करना पड़ेगा। गुरुवार को मौसम विभाग (IMD) की तरफ से जारी अलर्ट के मुताबिक अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गर्म हवाएं और लू चलने की आशंका है। आईएमडी ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए रेड अलर्ट, जबकि बिहार और कर्नाटक के कुछ हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इन राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग होगी
गौरतलब है कि दूसरे चरण के चुनाव के दौरान 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 88 लोकसभा सीटों पर लाखों मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिन राज्यों में वोटिंग होनी है उसमें केरल की 20 सीटें, कर्नाटक की 14, राजस्थान की 13, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की आठ-आठ, मध्य प्रदेश की छह, बिहार और असम की पांच-पांच, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल की तीन-तीन और त्रिपुरा, जम्मू-कश्मीर की एक-एक सीट हैं। मणिपुर में भी दूसरे चरण का मतदान होगा।
ओडिशा में हालात संवेदनशील, रात में तापमान कम न होना अधिक चिंताजनक
आईएमडी के मुताबिक 27-29 अप्रैल के दौरान ओडिशा में रातें गर्म होंगी। मौसम विभाग के मुताबिक रात का उच्च तापमान अधिक खतरनाक माना जाता है, क्योंकि ऐसे हालात में शरीर को ठंडा होने का मौका नहीं मिलता। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक शहरों में रात के समय गर्मी बढ़ना अधिक आम है। ऐसे हालात में मेट्रो क्षेत्र अपने आसपास के इलाकों की तुलना में काफी गर्म होते हैं।
किन राज्यों में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा
मौसम विभाग के मुताबिक उच्च आर्द्रता के कारण त्रिपुरा, केरल, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, असम, मेघालय और गोवा के लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। घर से बाहर निकलने पर लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। आईएमडी के मुताबिक शुक्रवार को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं, हल्की बारिश और तूफान के आसार हैं। इन राज्यों में लोगों को गर्म मौसम से अस्थायी राहत मिल सकती है। विभाग के मुताबिक लू का यह दूसरा दौर है। ओडिशा में 15 अप्रैल से और पश्चिम बंगाल में गंगा के किनारे वाले इलाकों में 17 अप्रैल से ही हीटवेव की स्थिति बनी हुई है।