देश के ज्यादातर हिस्से इन दिनों भीषण गर्मी-लू की चपेट में हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ती गर्मी को लेकर भी लोगों को अलर्ट किया गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने से हीटस्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा हो सकता है। इसके अलावा पहले से ही क्रोनिक बीमारियों जैसे ब्लड प्रेशर, हार्ट की समस्या और डायबिटीज रोगियों के लिए गर्मी का ये मौसम कई तरह की जटिलताओं को बढ़ाने वाला हो सकता है। डॉक्टर्स का सुझाव है कि गर्मी के दिनों में शरीर को हाइड्रेट और ठंडा बनाए रखने के लिए निरंतर उपाय करते रहना जरूरी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इसके लिए सुझाव दिए हैं जिनका सभी को पालन करना चाहिए।
11 राज्यों में हीटवेव का बना हुआ है खतरा
रिपोर्ट के अनुसार देश के 11 राज्यों में हीटवेव का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा मध्यप्रदेश के 19 शहरों में पारा 40 डिग्री के पार बना हुआ है। गर्मा और इसके कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या करें-क्या नहीं? इसकी जानकारी साझा की है। भले ही आप स्वस्थ हों फिर भी निरंतर इन सुझावों का गंभीरता से पालन करते रहना चाहिए।
गर्मी के कारण हो सकती है कई प्रकार की दिक्कतें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया गर्मी और हीटवेव के कारण त्वचा की दिक्कतें बढ़ने के साथ शरीर का तापमान तेजी से बढ़ जाने, उल्टी-दस्त, मांसपेशियों में कमजोरी-ऐंठन की समस्या के साथ लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। क्रोनिक बीमारी के शिकार लोगों को गर्मी के कारण जटिलताएं बढ़ सकती हैं। गर्मी के दिनों में पाचन स्वास्थ्य की गड़बड़ी, दस्त की दिक्कतें और अधिक हो सकती हैं इसलिए जरूरी है कि आप पहले से ही सुरक्षात्मक उपाय करते रहें।
गर्मी से बचाव के लिए क्या करें-क्या नहीं?
गर्मी और इसके कारण होने वाली समस्याओं से कैसे सुरक्षित रहा जा सकता है इसके लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुझाव जारी किए हैं।