हर साल चैत्र मास के दौरान आने वाली शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस साल ये तिथि 23 अप्रैल को पड़ रही है। मान्यता है कि जो भी भक्त भगवान श्रीराम के परम भक्तों में शुमार हनुमान जी की पूजा सच्चे मन से करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। ऐसे में इस दिन लोग मंदिरों और घरों में हनुमान जी की पूजा करते हैं, और उन्हें उनके प्रिय पकवानों का भोग लगाते हैं।
अगर आप भी हनुमान जी के जन्मोत्सव के दिन उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं, तो उन्हें मीठी बूंदी का भोग लगाएं। वैसे तो आपको बाजार में आसानी से बूंदी मिल जाएगी, लेकिन अगर आप हनुमान जी को घर पर तैयार की हुई बूंदी का भोग लगाएंगे, तो ये काफी बेहतर रहेगा। आज के इस लेख में हम आपको आसान तरीके से मीठी बूंदी बनाना सिखाएंगे, ताकि इसे आप घर पर बनाकर इसका भोग लगा सकें।
बूंदी बनाने के लिए सामान
- बेसन – 1 कप
- केसरिया रंग (खाने वाला)
- बेकिंग सोडा – 1/4 टी स्पून
- पानी
- देसी घी
चाशनी के लिए सामान
- पानी सवा कप
- चीनी – डेढ़ कप
- केसरिया रंग
- इलायची – 2
विधि
घर पर बूंदी बनाने के लिए सबसे पहले चाशनी तैयार करें। इसके लिए एक भगोने में पानी लेकर उसमें इलायची और चीनी डालें। अब इसे तब तक चलाते रहें, जब तक कि चीनी पूरी तरह पिघल न जाए। जब चीनी सही से पिघल जाए तो इसमें फूड कलर डालकर गैस बंद कर दें और इसे अब अलग साइड में रख दें।
इसके बाद आप बूंदी बनाना शुरू कर सकते हैं। इसके लिए एक बड़े कटोरे में बेसन और केसरिया रंग डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें। बेसन में तीन चौथाई पानी डालकर इसका बैटर तैयार करें। जब ये सही से मिल जाए तो इसमें बेकिंग सोडा डालकर इसे सही से मिक्स करें।
अब एक कड़ाई में देसी घी डालकर गर्म करें। जब घी गर्म हो जाए तो एक झरिये की मदद से कड़ाई में ही बूंदी छानना शुरू करें। जब ये सही से पक जाए और कुरकुरी होने लगे तो बूंदी को कड़ाई से निकालकर इसे चाशनी में डालें। चाशनी में कम से कम एक घंटे तक बूंदी को डूबा रहने दें। जब ये सही से डूब जाए तो ऊपर से गुलाब की पंखुड़ियां डालकर इसका भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद इस बूंदी को बांटे जरूर।