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भारत का सबसे ठंडा शहर, गर्मियों में भी महसूस होती है कंपकपी

गर्मियों के मौसम आ गया है। इस मौसम में तापमान बढ़ने लगता है। चिलचिलाती धूप और गर्मी के कारण पसीना छूटने लगता है। ऐसे मौसम में न तो बाहर निकलते बनता है और न ही लगातार घर में रहने का मन करता है। गर्मियों में लोग किसी ठंडी जगह पर राहत भरी छुट्टियां मनाना चाहते हैं। हालांकि कई हिल स्टेशन ऐसे हैं, जहां गर्मियों में अन्य जगहों की तुलना में तापमान कम होता है लेकिन धूप और गर्मी भी महसूस हो सकती है। धूप में हिल स्टेशनों को भी लोग घूमना नहीं चाहते हैं।

वैसे भारत विविधताओं का देश है। यहां अलग अलग शहरों में अलग-अलग तरह का मौसम होता है। कहीं धूप तो कहीं बारिश, कहीं गर्मी तो कहीं सर्दी रहती है। ऐसे में अगर मई जून की चिलचिलाती गर्मी में ठंडक का अहसास करना चाहते हैं तो देश की सबसे ठंडी जगह पर वक्त बिताने के लिए जा सकते हैं। इस लेख में देश के सबसे ठंडे शहर के बारे में बताया जा रहा है, जहां आप गर्मियों के मौसम में भी कंपकंपा देने वाले सर्द मौसम का आनंद उठा सकते हैं।

भारत की सबसे ठंडी जगह

लेह लद्दाख में पूरे साल ठंडक रहती है। लद्दाख हिमालय पर्वतमाला के बीच बसा है, जहां सर्दियों में तो इतनी ठंड होती है कि तापमान माइनस के पार चला जाता है। वहीं गर्मियों में यह जगह घूमने के लिए बेहतर रहती है। गर्मियों के मौसम में यहां का पारा 2 से 12 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। इस दौरान बर्फीले पहाड़ देख सकते हैं और मई जून की चिलचिलाती गर्मी में ठिठुरन वाली सर्दी को महसूस कर सकते हैं।

द्रास और सियाचिन ग्लेशियर

अप्रैल के महीने में जहां राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा है, वहीं द्रास में लगभग 7 डिग्री सेल्सियस है। द्रास लेह लद्दाख में कारगिल जिले में स्थित एक टाउन है, जिसे भारत का सबसे ठंडा शहर माना जाता है। वहीं सियाचिन ग्लेशियर भी सबसे ठंडे स्थानों में से एक है। यहां का तापमान शून्य से -50 डिग्री सेल्सियस तक कम हो जाता है। सियाचिन ग्लेशियर हिमालय की पूर्वी काराकोरम पर्वतमाला में भारत पाक नियंत्रण रेखा के पास स्थित एक हिमानी यानी ग्लेशियर है।

तवांग

अरुणाचल प्रदेश का तवांग शहर भी सबसे ठंडी जगहों में शामिल है। इस स्थान पर सर्दियों के मौसम में यहां भारी बर्फबारी और हिमस्खलन होता है। वहीं गर्मियों में यहां का तापमान कम ही होता है। तवांग की प्राकृतिक सुंदरता और ठंडक गर्मियों में पर्यटकों को यहां आने के लिए प्रोत्साहित करती है।