लंबी कूद के दिग्गज खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर ट्रेनिंग के दौरान घुटने की चोट के कारण पेरिस ओलंपिक से बाहर हो गए हैं और उन्हें सर्जरी करानी पड़ेगी जिसके कारण वह पूरे 2024 सत्र में नहीं खेल पाएंगे। एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता श्रीशंकर ने 2023 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 8.37 मीटर के प्रयास से रजत पदक जीतते हुए पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था।
इस 25 वर्षीय खिलाड़ी को शंघाई/सुझोउ और दोहा में क्रमश: 27 अप्रैल और 10 मई को लगातार दो डायमंड लीग प्रतियोगिता के साथ अपने सत्र की शुरुआत करनी थी, लेकिन मंगलवार को ट्रेनिंग के दौरान उन्हें चोट लगी और उनका ओलंपिक में हिस्सा लेने का सपना टूट गया।
पिता भी रहे हैं एथलीट
श्रीशंकर के पिता एस. मुरली ही उनके कोच हैं। श्रीशंकर का कहना है कि उनके शरीर को उनके पिता उनसे बेहतर समझते हैं। श्रीशंकर के पिता पूर्व ट्रिपल जंप एथलीट थे और दक्षिण एशियाई खेलों में रजत पदक विजेता रहे हैं। 1992 एशियाई जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उनकी मां के.एस. बिजिमोल 800 मीटर रेस में रजत पदक जीती थीं।
श्रीशंकर के पिता मुरली एक समय पर शराब के शौकीन थे, लेकिन बेटे के खेल पर ध्यान देने के लिए उन्होंने इससे दूरी बना ली। टोक्यो ओलंपिक में श्रीशंकर के फेल होने के बाद मुरली ने ही अपने बेटे को संभाला था। उस समय श्रीशंकर काफी दबाव में थे और डिप्रेशन में भी चले गए थे। वह खेल छोड़कर अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहते थे। ऐसे में उनके पिता ने उन्हें संभाला और श्रीशंकर भारत के शीर्ष लॉन्ग जंपर बन गए। उन्होंने 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को रजत पदक दिलाया था।