नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हो गई है। इस नौ दिवसीय पर्व में श्रद्धालु उपवास करते हैं। नौ दिनों तक फलाहार करते हैं। गर्मियां शुरू हो गई हैं। इस दौरान उपवास कर रहे हैं तो पर्याप्त पानी पीएं। शरीर को हाइड्रेट रखें। इसके अलावा भोजन न करने से शरीर की ऊर्जा कम होने लगती है। फलाहार करके खुद को तरोताजा रखने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन अगर शरीर की ऊर्जा बनाए रखनी है तो योग का सहारा ले सकते हैं। स्वस्थ रहने और बीमारियों से बचने के लिए योग करना चाहिए। साथ ही शरीर को ऊर्जावान, फिट और एक्टिव रखने के लिए भी योग दीर्घकालिक लाभ दे सकता है। इस लेख में जानिए नवरात्रि में उपवास के दौरान किए जाने वाले योगासनों के बारे में।
उत्कटासन योग
चेयर पोज़ या उत्कटासन योग पैरों की मांसपेशियों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में काफी सहायक मानी जाती हैं। शरीर में रक्त को पंप करने में इस योग को काफी लाभदायक माना जाता है। योग विशेषज्ञों के मुताबिक शरीर को पूरे दिन सक्रिय बनाए रखने में इस योग का नियमित अभ्यास काफी फायदेमंद हो सकता है।
शलभासन योग
शलभासन योग का अभ्यास शरीर को स्फूर्तिदायक बनाने के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है। पीठ, हैमस्ट्रिंग और ग्लूट्स को मजबूती देने के साथ रक्त के संचार को बढ़ाने में इस योग का अभ्यास करना काफी फायदेमंद हो सकता है। रोजाना 5-10 मिनट इस योगासन का अभ्यास करके शरीर को पूरे दिन एक्टिव बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
प्राणायाम का अभ्यास
शरीर में ऊर्जा के संचार के लिए प्राणायाम को सबसे बेहतरीन अभ्यास माना जाता है। कई प्रकार के प्राणायाम को दिनचर्या का हिस्सा बनाकर आप खुद को दिनभर ऊर्जावान बनाए रख सकते हैं। प्राणायाम के माध्यम से मस्तिष्क में ऑक्सीजन युक्त रक्त के संचार को बढ़ाया जा सकता है जो कई प्रकार की गंभीर समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकती हैं।