ममता बनर्जी ने बांकुरा में रैली को संबोधित करते हुए भूपतिनगर विस्फोट मामले की जांच के दौरान एनआईए अधिकारियों पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने रैली के दौरान बताया कि एनआईए स्थानीय पुलिस को बिना बताए छापेमारी करने गई थी। इससे पहले भी इस मामले को लेकर ममता ने कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसियां ईडी, एनआईए और सीबीआई, भाजपा के लिए काम कर रही हैं और बिना किसी जानकारी के छापेमारी कर रही हैं। रैली में उन्होंने इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब है जून के बाद सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डालना।
इस मामले में अबतक क्या-क्या हुआ
बीते हफ्ते एनआईए की टीम भूपतिनगर में साल 2022 में हुए बम धमाके के मामले में छापेमारी करने और दो आरोपियों (मनोब्रतो जाना और बालीचरन मैती) को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस दौरान जब एनआईए टीम दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लौट रही थी, तो स्थानीय लोगों ने एनआईए टीम पर पथराव किया। जिसमें एनआईए की गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई अधिकारी घायल हुए।
शनिवार को एनआीए की टीम 2022 में हुए भूपतिनगर विस्फोट मामले की जांच के लिए पूर्वी मिदनापुर पहुंची। उन्होंने इस मामले में जाना की पत्नी ने एनआईए के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि एनआईए की टीम जबरन उनके घर में घुसी और उनके घर में तोड़-फोड़ की। जाना की पत्नी ने एनआईए टीम पर उसका शील भंग करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।