पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने राजनीतिक दलों और उनके व्यक्तियों द्वारा सेना के खिलाफ लगाए गए निराधार आरोपों पर चिंता व्यक्त की है। बुधवार को जब सेना के प्रमुख (सीओएएस) जनरल असीम मुनीर ने राष्ट्रपति से मुलाकात की तब उन्होंने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधा।
इस बैठक में सेना प्रमुख ने जरदारी को 14वें राष्ट्रपति के तौर पर नियुक्ति के लिए बधाई दी है। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, राष्ट्रपति जरदारी ने राजनीतिक दलों और उनके कुछ व्यक्तियों द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों पर चिंता जताई है। उन्होंने ऐसे तत्वों से निपटने के लिए संकल्प लिया है।
दरअसल, जरदारी स्पष्ट रूप से अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल होने पर इमरान खान और उनकी पार्टी द्वारा पाकिस्तानी पर लगातार हमले का जिक्र कर रहे थे। इस बैठक में सीओएएस ने राष्ट्रपति को आतंकवाद के खिलाफ सेना के अभियानों से अवगत कराया। उन्होंने राष्ट्रपति को विशेष तौर पर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान क्षेत्र में विकास पहल में सेना के योगदान के बारे में भी बताया।
राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में सेना का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने कुछ प्रभावित क्षेत्रों के सामाजिक उत्थान के लिए सेना के प्रयासों की भी सराहना की है। जरदारी ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की दृढ़ प्रतिबद्धता पर जोर दिया।