गुरुवार को ग्वादर बंदरगाह पर आतंकी हमले की चीन ने कड़ी निंदा की है। साथ ही आतंकवाद से लड़ने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के लिए पाकिस्तान के प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन किया है। गौरतलब है कि ग्वादर बंदरगाह चीन के अरबो डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) का हिस्सा है।
आठ आतंकियों को किया गया ढेर- पाकिस्तानी सेना
पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, अशांत बलूचिस्तान प्रांत में ग्वादर बंदरगाह प्राधिकरण परिसर पर आतंकियों ने हमला किया। जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में दो सैनिकों की मौत हो गई और आठ बलूच आतंकियों को ढेर किया गया है।
आतंकवाद के हम सख्त विरोधी- लिन जियान
इस बीच, चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि हमने रिपोर्ट्स पर गौर किया है। हमने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है और हमले में मारे गए पाकिस्तानी कर्मियों के लिए शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि चीन आतंकवाद का सख्त विरोधी रहा है। बंदरगाह परिसर में कई सरकारी और अर्धसैनिक कार्यालय हैं और रणनीतिक रूप से स्थित ग्वादर बंदरगाह अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना के केंद्र बिंदुओं में से एक बना हुआ है।
बलूचिस्तान रहा हिंसक विद्रोह का केंद्र
ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा बलूचिस्तान लंबे समय से चल रहे हिंसक विद्रोह का केंद्र रहा है। बलूच विद्रोही समूहों ने पहले भी 60 अरब अमेरिकी डॉलर की सीपीईसी परियोजनाओं को निशाना बनाते हुए कई हमले किए हैं। आठ फरवरी को आम चुनाव के बाद से ही बलूचिस्तान प्रांत में कई आतंवादी गतिविधियों देखी गई। सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज द्वारा जारी एक वार्षिक सुरक्षा रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में 2023 में 789 आतंकी हमलों और आतंकवाद विरोधी अभियानों में हिंसा से संबंधित 1,524 मौतें और 1,463 घायल हुए, जो छह साल का रिकॉर्ड उच्चतम स्तर है।