बदायूं के बाबा कलोनी में मंडी समिति पुलिस चौकी से 500 मीटर दूर मंगलवार शाम साढ़े छह बजे दिल दहलाने वाली वारदात हुई। यहां रहने वाले ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बेटों आयुष (13) और अहान (6) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई। उनके मकान के सामने हेयर सैलून चलाने वाले साजिद ने वारदात को अंजाम दिया। देर रात पुलिस ने घेराबंदी कर साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। बुधवार को बच्चों और आरोपी के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया।
साजिद का भाई जावेद फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। लोगों का कहना है कि विनोद और साजिद के बीच मधुर संबंध थे। 10 साल से उसका घर आना-जाना था, लेकिन उसकी करतूत से मोहल्ले के लोग स्तब्ध हैं। हर किसी के जहन में यह सवाल है कि आखिर साजिद ने मासूमों की जान क्यों ली।
बताया जा रहा है कि विनोद और आरोपी साजिद व उनके दोनों भाईयों से पारिवारिक संबंध थे। मृतक बच्चों के पिता विनोद सिंह ने ही आरोपी साजिद को यहां खोखा खोलने की सलाह दी थी। दो साल पहले विनोद ने ही सड़क किनारे खोखा रखने के लिए रुपये भी दिए थे साजिद का घर में हर समय आना-जाना रहता था। उसको घर में जाने से किसी को कोई एतराज भी नहीं था। मंगलवार को शाम करीब आठ बजे आरोपी साजिद घर में पहुंचा और बच्चों की दादी से मिला और दूसरी मंजिल पर चला गया।
हत्या कर भाग रहे आरोपी को मेरी मां चप्पल मारी
बच्चों के पिता विनोद ठाकुर ने बताया कि जिस वक्त वारदात हुई, मेरी मां, पत्नी और तीनों बच्चे थे। जावेद और साजिद घर पर आए। मैं 150 किलोमीटर दूर लखीमपुर में था। मेरी पत्नी ने फोन किया कि साजिद की पत्नी की डिलीवरी होनी है और पांच हजार रुपये उधार दे दो, पत्नी ने मुझसे पूछा मैंने कहा दे दो।