केंद्रीय रेली मंत्री अश्विनी वैष्णव ने के कहा कि भारत रेलवे में इस्तेमाल होने वाले पहियों का निर्यातक बनने के लिए तैयार है। सेमीकंडक्टर निर्माता क्वालकॉम के चेन्नई डिजाइन सेंटर के उद्घाटन समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में एक फैक्ट्री लगने के साथ ही निर्माण गतिविधियां शुरू हो गई हैं।
ट्रेन में इस्तेमाल पहियों का इस्तेमाल करेगा भारत- वैष्णव
इस दौरान अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि वंदे भारत ट्रेनें सफल रही है। वंदे भारत ट्रेनों में जो पहिए इस्तेमाल किए जाते हैं, वे बेहद गुणवत्ता वाला होता है। कई प्रक्रिया से गुजरने के बाद इन पहियों का निर्माण किया जाता है। इस तरह के पहियों के उत्पादन के लिए फैक्ट्रियों को स्थापित किया जा रहा है। जिसमें 2.5 लाख पहियों का उत्पादन करने की क्षमता होगी। तकरीबन 80 हजार पहियों का इस्तेमाल भारत में किया जाएगा, बाकी 1.70 लाख का निर्यात किया जाएगा।
पहियों के आयातक नहीं अब हम निर्यातक होंगे- वैष्णव
केंद्रीय रेली मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे 60 से 70 वर्षों तक पहियों का आयातक था। लेकिन अब समय आ गया है कि भारत अब इन पहियाों के एक प्रमुख निर्यातक के तौर पर उभरेगा। मुझे बेहद खुशी हो रही है कि इसकी फैक्ट्री तमिलनाडु में स्थापित की जा रही है, अगले 16 से 18 महीनों में उत्पादन शुरू हो जाएगा।