लखनऊ: चुनाव से पहले बैंक कर्मचारियों और बैंक अधिकारियों को वेतन वृद्धि का तोहफा मिल गया। लंबे समय से अटके समझौते पर शुक्रवार को इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) और आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन ने दस्तखत कर दिए। हफ्ते में पांच दिन की बैंकिंग को भी आईबीए ने स्वीकार कर लिया है।
बैंकिंग संगठन की लंबे समय से अवकाश और वेतन वृद्धि सहित कई मांगों को लेकर आईबीए के साथ वार्ता चल रही थी लेकिन अंतिम सहमति नहीं बन पाई थी। शिवरात्रि पर बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मांगों को आईबीए ने स्वीकार कर लिया और समझौता पत्र पर दस्तखत कर दिए।
समझौते में हफ्ते में पांच दिन बैंकिंग का रास्ता साफ हो गया। अभी महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंकों में अवकाश रहता है। अब महीने के सभी शनिवार को बैंकों में अवकाश का प्रस्ताव आईबीए ने स्वीकार कर लिया है। इसके एवज में बैंकिंग कामकाज सुबह 10 से शाम 5 बजे की जगह सुबह 9.50 से शाम 5.30 बजे करने का प्रस्ताव है। आईबीए सरकार को सिफारिश भेजेगा, जिस पर 6 महीने के अंदर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
सैलरी में बंपर इजाफा
समझौते के बाद बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों का वेतन 17 फीसदी बढ़ गया है। उन्हें कुल 12949 करोड़ रुपये वेतन के रूप में ज्यादा मिलेंगे। बेसिक सेलरी डेढ़ गुना हो गई है। मोटे तौर पर एक क्लर्क का वेतन 7 हजार से 30 हजार रुपये तक बढ़ेगा, जबकि अधिकारी को 13 हजार से 50 हजार रुपये तक का इंक्रीमेंट मिलेगा। इसका फायदा देश भर के करीब 11 लाख और उत्तर प्रदेश के एक लाख अधिकारियों व कर्मचारियों को होगा।
छुट्टियों में भी तमाम बदलाव
- आधे दिन की कैजुअल छुट्टी मिलेगी।
- महिलाओं को महीने में एक दिन चिकित्सा अवकाश बिना प्रमाणपत्र के
- स्पेशल चाइल्ड वाले दंपती को 30 दिन की स्पेशल छुट्टी। मेडिकल सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं।
- 58 साल के ऊपर के वरिष्ठ स्टाफ को पत्नी की बीमारी पर पत्नी के मेडिकल सर्टिफिकेट पर अवकाश
- छुट्टी का नगदीकरण 240 दिन से बढ़ाकर 255 दिन कर दिया गया।