कानपुर के हैलट अस्पताल के पीआईसीयू में 9 माह के मासूम की हालत बिगड़ने पर एक पिता डाक्टरों से इलाज की गुहार लगाता रहा लेकिन जिम्मेदार स्वास्थ कर्मी गहरी नींद में सोते रहे। रात में बच्चे की सही देखभाल न होने की वजह से मासूम की मौत हो गयी। जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। पिता ने स्वरूप नगर थाने में शिकायत की है कि डॉक्टरों द्वारा सही इलाज न दिये जाने की वजह से बेटे की मौत हो गयी है।
परमट के रहने वाले विजय ने 18 फरवरी को 9 माह के अपने बेटे को बाल रोग विभाग में दिखाया था। जिसके बाद डाक्टरों की सलाह पर बेटे को एडमिट करवा दिया था। डॉ. नेहा अग्रवाल की देखरेख में बच्चे को काफी दिनों तक भर्ती रखा गया। लेकिन उसकी हालत में सुधार न होने पर विजय ने बेटे सूर्या को डॉ. यशवंत राय की देखरेख में भर्ती करवा दिया। विजय का आरोप है कि दूसरे डॉक्टर को दिखाने के बाद डॉ. नेहा भड़क गयीं और कहा कि जाओ अब ठीक करा लेना बच्चा, देखते हैं कितनी जल्दी ठीक हो जाता है। जिसके बाद स्टाफ का रवैया इलाज को लेकर लापरवाह हो गया।