नवी मुंबई में बुधवार को तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से इंटेल इंडिया के पूर्व कंट्री हेड अवतार सैनी की मौत हो गई। इस घटना के बाद कैब चालक ने पुलिस को बताया कि पूरी रात कैब चलाने के कारण उसे छपकी आ गई थी, जिस वजह से उसने वाहन से नियंत्रण खो दिया था। पुलिस ने 23 वर्षीय कैब चालक ऋषिकेश खरे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “मामले की जांच के दौरान कैब चालक ऋषिकेश खरे ने कहा कि पूरी रात गाड़ी चलाने के कारण उसे झपकी आ गई थी, जिस वजह से उसने नियंत्रण खो दिया था और उसकी कैब अवतार सैनी की साइकिल से टकरा गई।” उन्होंने आगे कहा, “आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि सैनी के रिश्तेदार विदेश में रहते हैं और वे अंतिम संस्कार के लिए भारत आ रहे हैं।”
कैब चालक खरे को खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना), 337 (लापरवाही से मानव जीवन को खतरे में डालने के लिए लापरवाही से काम करके चोट पहुंचाना) और 304-ए (किसी भी तेज या लापरवाही से काम करके किसी व्यक्ति की मौत करना, जो गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में नहीं आता है) और मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधान के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
कैसे हुई सैनी की मौत
दुर्घटना बुधवार सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर हुई जब सैनी (68) अपने साथियों के साथ नेरुल इलाके में पाम बीच रोड पर साइकिल चला रहे थे। एक तेज रफ्तार कैब ने सैनी की साइकिल को पीछे से टक्कर मार दी और चालक ने मौके से भागने की कोशिश की। उनके साथियों ने उन्हें अस्पताल ले गए जहां पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। चेंबूर के रहने वाले सैनी ने इंटेल 386 और 486 माइक्रोप्रोसेसरों पर काम किया। उन्होंने कंपनी के पेंटियम प्रोसेसर के डिजाइन का नेतृत्व भी किया।