केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2021 के पोंजी घोटाले मामले में पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित दो स्थानों में छापेमारी की। मामले से जुड़े अधिकारियों ने मंगलवार को जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने दिसंबर 2022 में अमल भट्टाचार्य और उनकी कंपनी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। मामले में जांच जारी है। मंगलवार को सुबह शुरू हुई छापेमारी, सीबीआई की जांच का एक हिस्सा है।
क्या है मामला
यूनिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ जांच तब शुरू हुई, जब उसके एजेंट एक डिप्टी मजिस्ट्रेट के पास पहुंचे और दावा किया कि उन्हें पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में जमीन के कुछ हिस्से बेचने के नाम पर लोगों से पैसे जुटाने का काम सौंपा गया है।
सीबीआई को जांच के सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे आदेश
इस बीच, मामले में एजेंटों ने आरोप लगाया कि कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) या सरकारी प्राधिकरण के बिना एक गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी की तरह काम कर रही थी। मामले की गंभीरता को देख डिप्टी मजिस्ट्रेट ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिए थे। जिसे बाद में पोंजी घोटालेा मामलों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने मामलों पर जांच शुरू की थी।