यमन स्थित सशस्त्र विद्रोहियों के एक समूह हूती ने एक बार फिर एक ब्रिटिश तेल टैंकर पर हमला किया है। यह समूह गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध के बीच ऐसे कई हमले कर चुका है।एक बार फिर इसने एक ब्रिटिश तेल टैंकर पर हमले की जिम्मेदारी ली है। अल जजीरा के अनुसार यह एक मिसाइल हमला था।
संयुक्त राज्य अमेरिका के अनुसार पनामा के झंडे वाला यह टैंकर कच्चा तेल लेकर भारत जा रहा था। जिस पर लाल सागर में मिसाइलों से हमला किया गया। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, समूह के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने शनिवार को एक टेलीविजन बयान में कहा कि लाल सागर में पोलक्स टैंकर को निशाना बनाने के लिए “बड़ी संख्या में उपयुक्त नौसैनिक मिसाइलों” का इस्तेमाल किया गया।
यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (यूकेएमटीओ) ने शुक्रवार देर रात इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सना के दक्षिण-पश्चिम में एक बंदरगाह शहर अल-मुखा के उत्तर-पश्चिम में लगभग 70 समुद्री मील की दूरी पर पोलक्स पर एक हमला हुआ। रिपोर्ट के अनुसार, जहाज ने मिसाइल हमले के करीब एक विस्फोट की सूचना दी, लेकिन चालक दल और टैंकर को सुरक्षित माना गया, और सैन्य अधिकारी जवाब दे रहे थे। लाल सागर व्यापार मार्गों पर हूती हमले नवंबर के मध्य में शुरू हुए। यह समूह गाज पर इस्राइल के हमले का विरोध कर रहा है।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) ने एक बयान में कहा, “15 फरवरी को शाम करीब साढ़े चार बजे यमन के हूती नियंत्रित इलाकों से अदन की खाड़ी में एक एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई। मिसाइल एमवी लाइकाविटोस की ओर बढ़ रही थी, जो बारबाडोस के झंडे वाला, ब्रिटेन के स्वामित्व वाला जहाज है। हालांकि जहाज ने हमले में कोई बड़ा नुकसान नहीं होने की सूचना दी है। जहाज के अनुसार हमले में बहुत मामूली क्षति हुई और इस अपनी यात्रा जारी रखी।”