खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद से ही भारत और कनाडा के रिश्ते में दरार आ गई थी। कनाडा के पीएम ट्रूडो ने कनाडाई संसद के भीतर भारत की खुफिया एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि निज्जर की मौत के पीछे भारतीय एजेंसी है। हालांकि भारत ने इस आरोपों को खारिज किया था और कनाडा से सबूत पेश करने की बात कही थी। लेकिन कनाडा लगातार भारत पर आरोप लगाता रहा है। इसी बीच, कनाडा ने चुनावों में भारतीय हस्तक्षेप की बात कही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने की भारत की नीति नहीं है।
लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप की हमारी नीति नहीं- जयसवाल
इन आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने प्रेसवार्ता में कहा कि हमने एक मीडिया रिपोर्ट देखी है, जिसमें कहा गया कि कनाडा के चुनावों में भारतीय हस्तक्षेप किए जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि हम इस तरह के आरोपों को खारिज करते हैं। भारत किसी भी लोकतांत्रित प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करता है, यह हमारी नीति नहीं है। कनाडा पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि कनाडा ही हमारे आंतरिक मामलों में दखलअंदाजी कर रहा है। हमने लगातार उनके सामने इस मुद्दों के कई बार उठाया। उन्होंने कहा कि हम कनाडा से हमारी चिंताओं के समाधान का आग्रह करते हुए और उम्मीद करते हैं कि इस मुद्दों पर प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत पर जांच
अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि पांच छात्रों की मौत हुई है, पांच में से दो भारतीय छात्र थे और बाकी तीन भारतीय मूल के थे। रणधीर जयसवाल ने बताया कि भारतीय अमेरिकी नागरिक विवेक सैनी की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारी जांच कर रहे हैं। वहीं अन्य मामले में हम मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। हम भारतीय नागरिकों के मामलों में स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं।
विनय मोहन क्वात्रा का जापान दौरा
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने जापान के विदेश मंत्रालय में अपने समकक्षों के साथ उप मंत्रिस्तरीय संवाद और विदेश कार्यालय परामर्श के लिए 7-8 फरवरी 2024 को टोक्यो का दौरा किया। अपनी जापान यात्रा के दौरान विदेश सचिव ने जापान के विदेश मामलों के उप मंत्री मसाताका ओकानो के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की। इस वार्ता में राजनीतिक संबंधों, रक्षा और सुरक्षा, व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकियों सहित भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के सभी क्षेत्रों की समीक्षा की गई। इस दौरान दोनों पक्ष संबंधों का दायरा और गहराई दोनों बढ़ाने पर सहमत हुए।