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बुमराह ने रचा इतिहास, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में 100+ विकेट लेने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज, कही यह बात

भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में जबरदस्त वापसी करते हुए दूसरा मुकाबला 106 रन से अपने नाम किया। विशाखापत्तनम में खेले गए दूसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह का कहर देखने को मिला। पहली पारी में तो उनकी गेंद को इंग्लिश बल्लेबाज समझ ही नहीं पाए, जबकि दूसरी पारी में वह और रविचंद्रन अश्विन टीम इंडिया की जीत के असली हीरो रहे। बुमराह ने विशाखापत्तनम टेस्ट की पहली पारी में छह और दूसरी पारी में तीन विकेट लिए। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। इसी के साथ इस स्टार भारतीय तेज गेंदबाज ने एक खास मुकाम भी हासिल किया।

वह विश्व टेस्ट चैंपियशनशिप, जो कि 2019 में शुरू हुआ था, उसमें 100 से ज्यादा विकेट लेने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज और ओवरऑल दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उनसे आगे सिर्फ अश्विन हैं, जिनके नाम इस प्रतियोगिता में 157 विकेट हैं। पहली पारी में छठा विकेट लेते ही बुमराह ने खास मुकाम हासिल किया। फिलहाल उनके नाम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में 24 मैचों में कुल 106 विकेट हैं। वह इस प्रतियोगिता में 100+ विकेट लेने वाले कुल मिलाकर नौवें गेंदबाज हैं। वहीं, तेज गेंदबाजों में वह सातवें हैं। उनसे पहले पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, स्टुअर्ट ब्रॉड, कगिसो रबाडा, टिम साउदी और जेम्स एंडरसन यह मुकाम हासिल कर चुके हैं। इसके अलावा दो स्पिनर नाथन लियोन और अश्विन हैं। लियोन डब्ल्यूटीसी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में शीर्ष पर हैं। उनके नाम 174 विकेट हैं।

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में बुमराह के 100वें शिकार जॉनी बेयरस्टो रहे। इतना ही बुमराह के टेस्ट में 150 विकेट भी पूरे हो गए हैं और वह इस मुकाम को छूने के लिए भारतीय तेज गेंदबाजों में सबसे कम समय लिया है। बुमराह के नाम टेस्ट में ओवरऑल 34 टेस्ट में 155 विकेट हैं और 27 रन देकर छह विकेट पारी में उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी रही है। उन्हें विशाखापत्तनम टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी दिया गया। मैच के बाद उन्होंने कहा मैं आंकड़ों पर ध्यान नहीं देता। एक युवा के रूप में मैंने यह सब किया किया था और इसने मुझे उत्साहित किया था, लेकिन अब यह एक अतिरिक्त बोझ है। एक युवा खिलाड़ी के रूप में यॉर्कर पहली गेंद है जिसे मैंने सीखा है। मैंने कई खेल के दिग्गजों को यॉर्कर का इस्तेमाल करते देखा था। चाहे वह वकार, वसीम और यहां तक कि जहीर खान भी हों।

‘बदलाव के दौर से गुजर रहे’
बुमराह ने कहा- हम बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं इसलिए मुझे लगता है कि यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उनकी (नए खिलाड़ियों की) हर संभव मदद कर सकूं। हम कुछ चीजों पर चर्चा करते हैं। मैं लंबे समय से उनके (रोहित) साथ खेल रहा हूं। एंडरसन के साथ मैच में अपनी प्रतिस्पर्धा पर बुमराह ने कहा- ऐसा कुछ नहीं है। एक क्रिकेटर होने से पहले मैं तेज गेंदबाजी का फैन हूं। यदि कोई अच्छा कर रहा है, तो उन्हें बधाई मिलनी चाहिए। मैं स्थिति और विकेट को देखता हूं और सोचता हूं कि मेरे पास क्या विकल्प हैं। मुझे सिर्फ एक चीज नहीं करते रहना है।

मैच में क्या हुआ?
विशाखापत्तनम में खेले गए दूसरे टेस्ट की बात करें तो भारतीय टीम ने यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक की बदौलत पहली पारी में 396 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम अपनी पहली पारी में 253 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। भारत को पहली पारी में 143 रनों की बढ़त मिली। टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी में गिल के शतक के दम पर 255 रन बनाए और इंग्लैंड के सामने 399 रनों का लक्ष्य रखा। फिर इंग्लिश टीम को 292 पर समेट कर भारत ने मैच अपने नाम किया। भारत की ओर से बल्लेबाजी में यशस्वी और शुभमन के बाद गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन का भी कमाल देखने को मिला। तीसरा टेस्ट 15 फरवरी से राजकोट में खेला जाएगा।