एलन मस्क को अमेरिका की डेलावेयर कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने 44 बिलियन पाउंड (GBP) की डील को रद्द करने का फैसला सुनाया है। मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला ने 2018 में 55.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर (44 बिलियन पाउंड) का भुगतान सौदा किया था। टेस्ला की इस डील के खिलाफ शेयरधारक ने मुकदमा दायर कर दावा किया था कि कंपनी की तरफ से अधिक भुगतान किया गया है। न्यायाधीश कैथलीन मैककॉर्मिक ने डेलावेयर कोर्ट में अपने फैसले में कहा कि टेस्ला बोर्ड की तरफ से वेतन पैकेज को दी गई मंजूरी ‘त्रुटिपूर्ण’ है।
अदालत के फैसले से भड़के मस्क का बयान
फैसले के बाद मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- एक्स पर लिखा कि कभी भी कंपनियों को डेलावेयर में कारोबार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि फैसला लेने के लिए अगर शेयरधारकों को प्राथमिकता दी जाएगी तो नेवादा या टेक्सास में कारोबार करना चाहिए। इसे लगभग 50 लाख लोग देख चुके हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोल भी किया, जिसमें मस्क ने सवाल किया कि क्या टेस्ला को अपना मुख्यालय टेक्सास शिफ्ट कर लेना चाहिए। भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के 6.10 बजे पूछे गए इस सवाल पर दो घंटे के भीतर 3.82 लाख लोगों ने वोट किया। 14 हजार से अधिक एक्स यूजर्स इसे लाइक कर चुके हैं, जबकि यह पोस्ट 30 लाख से अधिक लोगों ने देखी।
लगभग 4.65 लाख करोड़ रुपये का मुआवजा पैकेज ‘बहुत ज्यादा’
टेस्ला की इस डील से जुड़ी एक रिपोर्ट में बीबीसी ने बताया कि कॉरपोरेट इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा सौदा था। इस डील के बाद मस्क को दुनिया का सबसे अमीर शख्स बनने में काफी मदद मिली थी। डेलावेयर कोर्ट में लगभग एक सप्ताह चली सुनवाई के दौरान टेस्ला के निदेशकों ने बचाव में कई तर्क दिए, लेकिन डेलावेयर कोर्ट ने इन तर्कों को सिरे से खारिज कर दिया। टेस्ला के मुताबिक डील इसलिए की गई थी क्योंकि दुनिया के शीर्ष उद्यमियों में शुमार मस्क एक कंपनी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते थे। कोर्ट ने दलीलों को सुनने के बाद कहा कि टेस्ला की तरफ से दिया गया लगभग 4.65 लाख करोड़ रुपये का मुआवजा पैकेज ‘बहुत ज्यादा’ है।
शेयरधारकों के नजरिए से उचित नहीं अरबों का मुआवजा
डेलावेयर कोर्ट में मस्क की कंपनी- टेस्ला के वकीलों की दलीलों को खारिज करते हुए न्यायाधीश कैथलीन मैककॉर्मिक ने कहा, ‘कंपनी (टेस्ला) यह साबित करने में नाकाम रही कि शेयरधारक को डील की पूरी जानकारी थी।’ उन्होंने कहा कि टेस्ला की तरफ से इस डील में शामिल लोगों को पूरा अधिकार है, कंपनी इस बात को भी साबित नहीं कर सकी। बोस्टन कॉलेज लॉ स्कूल के प्रोफेसर ब्रायन क्विन के मुताबिक जज ने यह भी पाया कि टेस्ला का बोर्ड एलन मस्क के नियंत्रण में है, इसलिए 4 बिलियन पाउंड की इस तरह की डील को उचित ठहराना संभव नहीं है। 200 पन्नों के फैसले में न्यायाधीश ने मुआवजे की राशि को बहुत ज्यादा माना (compensation unfathomable sum) और कहा कि यह शेयरधारकों के नजरिए से उचित नहीं।
मस्क के पास सुप्रीम कोर्ट में अपील का अवसर बाकी
टेस्ला के शेयरधारक रिचर्ज टॉर्नेटा के वकील ग्रेग वरालो ने 2018 में यह मुकदमा दायर किया था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने फैसले को अच्छा बताया। गौरतलब है कि इस फैसले के खिलाफ मस्क के पास डेलावेयर की सुप्रीम कोर्ट में अपील का मौका बाकी है।