राम मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि राम मंदिर के कारण देश में व्यापार के नए अवसर खुले हैं और इसके कारण लाखों लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ है। आने वाले वर्षों में यह हर साल करोड़ों रूपये का नया बाजार बन सकता है जिससे देश के लोगों में आर्थिक समृद्धि आएगी। इससे युवाओं को भारी संख्या में नौकरी भी मिलेगी। इससे स्वरोजगार के क्षेत्र में भी बढ़ोतरी होगी।
व्यापारियों की संस्था कैट ने कहा है कि वह श्रीराम मंदिर से उत्पन्न नए व्यापारिक अवसरों को प्रधानमंत्री मोदी के आर्थिक दृष्टिकोण से जोड़ते हुए एक श्वेत पत्र जारी करेगी। अयोध्या की महत्ता को व्यापारिक दृष्टि समझते हुए कैट ने यह निष्कर्ष निकाला है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को बहुत तेज़ी से राम मंदिर के कारण उत्पन्न विभिन्न नये व्यापारिक एवं रोजगार के अवसरों को देश के कोने कोने में पहुंचाया जा सकता है। इसको ध्यान में रखते हुए कैट इस विषय पर एक रिसर्च कर रहा है जो बहुत जल्द ही जारी होगी।