अमेरिका के अलबामा राज्य में गुरुवार को हत्या के दोषी केनेथ यूजीन को मौत की सजा दे दी गई। केनेथ को मौत की सजा नाइट्रोजन गैस से दी गई और यह अमेरिका का पहला मामला है, जहां कैदी को नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा दी गई। मौत के इस तरीके पर काफी विवाद है और मानवाधिकार कार्यकर्ता इस तरीके के इस्तेमाल के खिलाफ हैं।
पादरी की पत्नी की हत्या का दोषी था केनेथ स्मिथ
मौत के इस तरीके में केनेथ यूजीन को फेस मास्क पहनाया गया। इसके बाद उस फेस मास्क के जरिए केनेथ को नाइट्रोजन गैस दी गई। जैसे ही नाइट्रोजन गैस केनेथ के फेफड़ों में पहुंची तो दम घुटने से उसकी तड़प-तड़पकर मौत हो गई। केनेथ को साल 1988 में एक पादरी की पत्नी की हत्या का दोषी पाया गया था। पादरी ने ही अपनी पत्नी एलिजाबेथ सेनेट की हत्या की सुपारी केनेथ यूजीन और उसके साथी जॉन पार्कर को दोषी पाया गया था।
इस हत्या के बदले दोनों को हजार-हजार डॉलर मिले थे। हत्या के एक हफ्ते बाद ही पत्नी की हत्या की सुपारी देने वाले पादरी ने खुदकुशी कर ली थी। वहीं जॉन पार्कर को साल 2010 में जहर का इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी जा चुकी है। साल 2022 में केनेथ को भी जहर का इंजेक्शन देकर मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन हाथ की नसें ठीक तरह से न दिखने के चलते केनेथ की जान बच गई थी।
क्यों हो रहा है नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा पर विवाद
फेस मास्क के जरिए नाइट्रोजन गैस जैसे ही केनेथ के फेफड़ों में पंप की गई। गैस छोड़ने और केनेथ की मौत की पूरी प्रक्रिया पूरे 22 मिनट तक चली। दो से चार मिनट के बाद केनेथ ने हाथ पैर मारना शुरू किया और पांच मिनट बाद उसकी सांस भारी हो गई। इसके बाद उसकी मौत हो गई। केनेथ की मौत के वक्त उसकी पत्नी और अन्य रिश्तेदार भी मौजूद रहे। साथ ही कुछ पत्रकारों ने भी केनेथ की मौत को देखा। एक पत्रकार ने बताया कि स्मिथ ने मरने से पहले कहा था कि ‘आज अलबामा की वजह से मानवता शर्मसार हो रही है।’