प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के तीन अधिकारियों पर हमले को लेकर मचे बवाल के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि जो लोग पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठा रहे हैं, वे राज्य की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। बनर्जी ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार कोलकाता को वर्षों से देश का सबसे सुरक्षित शहर घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने खिलाफ हो रही आलोचनाओं से परेशान नहीं हूं। लेकिन, अगर कोई राज्य को बदनाम करने की कोशिश करता है तो मैं विरोध करूंगी। जो लोग कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठा रहे हैं, वे राज्य को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।’
तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के समर्थकों ने शुक्रवार को ईडी के तीन अधिकारियों पर हमला कर दिया था और उनके कई वाहनों में तोड़फोड़ की थी। यह हमला तब हुआ जब ईडी की टीम राज्य की राशन प्रणाली में कथित अनियमितताओं के संबंध में छापेमारी के लिए संदेशखली में शेख के घर गई थी।
उन्होंने कहा, दिनभर में कई अफवाहें फैलाई जाती हैं। यदि सुबह में एक अलग घटना होती है, तो इस पर पूरे दिन चर्चा की जाती है। जबकि, सकारात्मक (पॉजिटिव) खबरों पर बहुत कम फोकस किया जाता है। अगर बंगाल को नकारात्मक (निगेटिव) रूप से चित्रित किया जाता है, तो मैं इसे बिना किसी लड़ाई के स्वीकार नहीं करूंगी। मुख्यमंत्री ने यहां ‘छात्र सप्ताह’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किसी विशेष घटना का स्पष्ट रूप से जिक्र किए बिना यह टिप्पणी की।
कुछ टीवी टॉक शो की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ‘वे (ये चैनल) नकारात्मक सूचना फैलाने में रुचि रखते हैं। मैंने एक बार उनमें से एक से पूछा कि वे चौबीस घंटे तक लगातार एक घटना क्यों दिखाते हैं, तो जवाब था-दीदी, यह टीआरपी के लिए है।’ बनर्जी ने हैरानी जताई कि कानून और व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब कैसे हो सकती है। उन्होंने कहा कि हुगली जिले के श्रीरामपुर पुलिस स्टेशन को केंद्र सरकार द्वारा देश में एक मॉडल पुलिस स्टेशन के रूप में मान्यता दी गई थी।
छात्रों को सकारात्मक सोचने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा, यदि आप नकारात्मक सोचते हैं, तो आपका दिमाग नकारात्मक हो जाएगा। संघर्ष आपको नुकसान पहुंचाएगा। हमेशा अच्छे विचार रखें और नकारात्मकता से बचें। एक सकारात्मक दृष्टिकोण आपको बेहतर इंसान बनने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बंगाल में शांति, सद्भाव और भाईचारे की भावना को कभी बाधित नहीं होने देंगी। उन्होंने कहा, हमारे पास काजी नजरुल इस्लाम जैसे कवि थे, जो राज्य में पैदा हुए थे और उन्होंने काफी संख्या में श्यामा संगीत (हिंदू देवी काली की प्रशंसा में गीत) की रचना की थी। नजरुल और रवींद्रनाथ टैगोर ने समानता और मानवता के गीत लिखे। बंगाल एक ऐसी जगह है जिसने कभी भी मंदिरों और मस्जिदों के बीच विभाजन को बढ़ावा नहीं दिया है।