अलास्का एयरलाइंस के बोइंग 737-9 मैक्स विमान का आपातकालीन दरवाजा हवा में उखड़ कर अलग होने की घटना के बाद डीजीसीए ने भारतीय विमानन कंपनियों को जरूरी निर्देश दिए हैं। डीजीसीए ने कहा है कि इस घटना के बारे में बोइंग से अभी तक कोई जानकारी या स्पष्टीकरण नहीं मिला है। किसी भी भारतीय एयर ऑपरेटर के पास अभी तक अपने बेड़े में बोइंग 737-9 मैक्स नहीं है। हालांकि, एहतियातन डीजीसीए ने सभी भारतीय हवाई ऑपरेटरों को निर्देश दिया है कि वे वर्तमान में अपने बेड़े में चल रहे सभी बोइंग 737-8 मैक्स विमानों के आपातकालीन निकास का एक बार तुरंत निरीक्षण कराएं।
यह पूछे जाने पर कि क्या निरीक्षण से उड़ानों का कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है, अधिकारी ने ना में जवाब दिया। अधिकारी ने कहा, “नहीं, ये एक बार की जांच विमान के रात्रि विश्राम के दौरान की जाएगी।” वर्तमान में एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट और अकासा एयर के बेड़े में बोइंग 737-8 मैक्स विमान हैं।
अलास्का एयरलाइंस के विमान में हुए हादसे के बाद बोइंग की ओर से ट्वीट किया गया, “अलास्का एयरलाइंस की उड़ान संख्या एएस1282 जानकारी मिली है। हम और विस्तृत जानकारी इकट्ठा करने के लिए काम कर रहे हैं और एयरलाइन के संपर्क में हैं। बोइंग की एक तकनीकी टीम जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अलास्का एयरलाइंस फ्लाइट 1282, जो कैलिफोर्निया के ओंटारियो जा रही थी, प्रस्थान के तुरंत बाद एक हादसे का शिकार हो गई। टेकऑफ के लगभग 20 मिनट बाद 174 यात्रियों और छह चालक दल के सदस्यों की पोर्टलैंड में सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। सोशल मीडिया पोस्ट में हवाई जहाज में एक खिड़की और एक तरफ की दीवार का हिस्सा गायब दिखाया गया है। इस बाद लोगों को ऑक्सीजन मास्क का इस्तेमाल करना पड़ा।