चित्रकूट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी थाने में तीन एससी छात्रों की पिटाई के मामले में थानाध्यक्ष व दरोगा समेत पांच सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इनके खिलाफ जीआरपी थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है। सीओ को मामले की जांच के निर्देश दिए गये हैं।
नया गांव चित्रकूट थाना क्षेत्र के छीर का पुरवा निवासी छात्र ओम नारायण घर से नाराज होकर 25 दिसंबर को रेलवे स्टेशन चित्रकूटधाम आ गया था। जीआरपी सिपाही टिकट मांगने के बहाने उसे थाने ले गए। छुड़वाने के लिए भाई ओमप्रकाश व धनराज वहां पहुंचे तो जीआरपी के सिपाहियों ने उन्हें भी पकड़ लिया। आरोप है कि तीनों की थाने में जमकर पिटाई की गई। पीड़ित छात्रों के परिजनों ने थाने में तहरीर दी तो कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बाद में जीआरपी एसपी विपुल कुमार श्रीवास्तव ने मुख्यालय आकर मामले की पड़ताल की। इसके बाद थानाध्यक्ष जीआरपी त्रिपुरेश कौशिक समेत एसआई संदीप कुमार, सिपाही विनोद कुमार, रामकरण, मुकद्दर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। मामले में थानाध्यक्ष समेत पांच अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। सीओ नईम खान मंसूरी को जांच सौंपी गई है।
सीओ ने अस्पताल में की छात्रों से पूछताछ
जांच अधिकारी सीओ जीआरपी नईम खान मंसूरी ने अस्पताल में पीडि़त छात्रों व परिजनों से पूछताछ की। परिजनों ने आरोप लगाया कि थाने में मौजूद सिपाही व दरोगा ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर बेरहमी से पिटाई की थी। जीआरपी एसपी विपुल कुमार ने बताया कि नए थाना प्रभारी संजीव कुमार की तैनाती की गई है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
छात्राओं की पिटाई के मामले में किया प्रदर्शन
छात्राओं की पिटाई के मामले में आभास महासभा के कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर विरोध जताया। अपर एसडीएम को पत्र सौंपकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि चित्रकूट धामकर्वी रेलवे स्टेशन के जीआरपी थाने में तीन छात्रों की पुलिस कर्मियों ने बेरहमी से पिटाई की।
ग्राम पंचायत छीर के पुरवा निवासी छात्र ओमनारायण घर से नाराज होकर रेलवे स्टेशन चित्रकूट धाम आया था। जहां पर जीआरपी पुलिस ने टिकट मांगा। जब नहीं मिला तो थाने ले गए। वहां पर छुड़वाने के लिए उसके दो भाई पहुंचे तो उनको भी थाने में बंद कर दिया। इसके बाद बेरहमी से पिटाई की। इस मामले में जांच कर कार्रवाई की जाए।