कोरोना काल में गरीब रेहड़ी-पटरी वाले लोगों के लिए शुरू की गई पीएम स्वनिधि योजना अब उनकी आर्थिक ताकत को मजबूत बनाने का बड़ा सहारा बन गई है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत अब तक 80.75 लाख लोन प्रस्ताव स्वीकार किए गए हैं, जिसमें 76.22 लाख प्रस्तावों की राशि गरीब रेहड़ी-पटरी वालों को दी जा चुकी है। इसमें 10058 करोड़ रुपये की राशि अब तक वितरित की जा चुकी है।
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित स्ट्रीट फूड फेस्टिवल का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि 57.83 लाख लाभार्थियों को यह राशि वितरित की गई है। इस योजना की सबसे बेहतर बात यह रही है कि कुल लाभार्थियों में 25.78 हजार (45 फीसदी) महिलाएं हैं। यानी वे पीएम स्वनिधि का लाभ लेकर छोटे-छोटे रोजगार करने में पुरुषों के लगभग बराबर प्रदर्शन कर रही हैं। योजना के अंतर्गत पहली बार 10 हजार रुपये की ब्याज मुक्त राशि गरीबों को दी जाती है।
यदि वे समय से इस कर्ज का भुगतान कर देते हैं, तो उसके बाद 20 हजार रुपये और तीसरे चरण में 50 हजार रुपये तक का कर्ज दिया जाता है। भारी संख्या में लाभार्थियों ने पहले या दूसरे चरण की लोन राशि चुकाकर दूसरे या तीसरे चरण में अधिक कर्ज लिया है। सरकार का दावा है कि इन लाभार्थियों ने कर्ज चुकाने में बहुत सकारात्मक सोच दिखाई है।
नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स (नासवी) के राष्ट्रीय संयोजक अरबिंद सिंह ने अमर उजाला को बताया कि स्ट्रीट फूड वेंडर्स ने योजना का लाभ उठाया है। इसमें बड़ी संख्या में ऐसे वेंडर्स भी हैं, जो अब स्विगी और जोमैटो जैसी कंपनियों से संबद्ध हो गए हैं और अपना रोजगार बेहतर करते हुए लोगों की सेवा कर रहे हैं। 29 दिसंबर से 31 दिसंबर तक दिल्ली के जवाहरलाल स्टेडियम में नेशनल स्ट्रीट फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश के अलग-अलग हिस्सों में मिलने वाले स्ट्रीट फूड का आनंद लिया जा सकता है।