अरबपति उद्योगपति गौतम अदाणी और उनके परिवार ने समूह की हरित ऊर्जा इकाई में 9,350 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है ताकि समूह को 2030 तक 45 गीगावाट का लक्ष्य हासिल करने के लिए तैयार किया जा सके। कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में 9,350 करोड़ रुपये के निवेश का इस्तेमाल पूंजी व्यय में तेजी लाने के लिए किया जाएगा।
हरित ऊर्जा निर्माण करने वाली कंपनी के पास पहले से ही 19.8 गीगावॉट (क्षमता में बंद 20.6 गीगावॉट में से, शेष 800 मेगावॉट व्यापारी होने के नाते) और संसाधन समृद्ध क्षेत्रों में 2,00,000 एकड़ (40 गीगावॉट से अधिक अतिरिक्त क्षमता के बराबर) की भूमि का पावर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) समझौता है।
कंपनी के निदेशक मंडल ने 2030 तक 45 गीगावाट हरित ऊर्जा क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है और उसने प्रवर्तकों को 1,480.75 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 9,350 करोड़ रुपये के तरजीही इश्यू जारी करने की मंजूरी दे दी। कंपनी ने कहा कि यह निर्गम नियामकीय और सांविधिक प्राधिकरणों के साथ-साथ 18 जनवरी, 2024 को होने वाली असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में कंपनी के शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर है।
इससे पहले, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने गुजरात के खावडा में 2,167 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए आठ प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बैंकों की ओर से 1.36 अरब डॉलर की निर्माण सुविधा की घोषणा की थी। इसके अलावा एजीईएल ने 1.425 अरब डॉलर की इक्विटी पूंजी (प्रवर्तकों द्वारा तरजीही निर्गम से 1.125 अरब डॉलर और टोटल एनर्जीज जेवी से 30 करोड़ डॉलर) की घोषणा की थी। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा, ”यह एजीईएल के लक्ष्य के लिए दीर्घकालिक निवेशकों, रणनीतिक साझेदारों, वित्तीय संस्थानों और बैंकों की गहरी दिलचस्पी को दर्शाता है।”