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अस्पताल पहुंच रहे सर्दी-खांसी के एक हजार मरीज, फिर भी नहीं हो रही कोविड जांच

जिले के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को मिलाकर कोरोना जैसे लक्षण (सर्दी, खांसी, जुकाम आदि) वाले औसतन हर दिन 1000 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। जबकि अस्पतालों में जांच के इंतजाम नाकाफी है। इसमें जिला अस्पताल में केवल एंटीजन जांच हो रही है। इसके अलावा शास्त्री अस्पताल में जांच की सुविधा नहीं है। मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में भी भर्ती होने वाले मरीजों की ही आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य रूप से कराई जा रही है।

कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के मरीज यूपी में मिलने लगे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार सप्ताह भर में ही केस दोगुने हो गए हैं। हालांकि वाराणसी में कोई केस अब तक नहीं मिला है, लेकिन कोविड के लक्षण वाले मरीज पहुंचने लगे हैं। मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा के एसआईसी डाॅ. एसपी सिंह के अनुसार ओपीडी में हर दिन 800 से 1000 मरीज आ रहे हैं, जिसमे 200 से 300 मरीज मौसमी बीमारियों वाले आ रहे हैं। इसमें बच्चे, बुजुर्गों के साथ ही सांस संबंधी बीमारी वाले मरीज शामिल हैं। शास्त्री अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसी दूबे का कहना है कि रोजाना 600 से 700 मरीज वाली ओपीडी में करीब 80 से 100 मरीज कोविड जैसे लक्षण वाले पहुंच रहे हैं। दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल के सीएमएस डाॅ. दिग्विजय सिंह के अनुसार ओपीडी में इन दिनों 800 से 1000 मरीज आ रहे हैं, जिसमें मौसमी बीमारी और सर्दी, जुकाम, बुखार वाले करीब 300 मरीज अपनी समस्या लिए पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्रों पर भी बड़ी संख्या में हर दिन सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के मरीज डाॅक्टर को दिखाने आ रहे हैं।

नए वैरिएंट के लक्षण

सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, ठंड लगना

-थकान, मांशपेशियों में दर्द, सिरदर्द, गले में खरास

-नाक बहना, उल्टी और दस्त आना।

मंडलीय अस्पताल में महज 20 से 30 सैंपल की जांच

मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में इस समय केवल 20 से 30 सैंपल की जांच ही हो पा रही है। इस तरह की स्थिति तब है, जब शासन स्तर से भी कोविड जैसे लक्षण दिखने वालों की जांच करवाने की बात कही जा रही है। साल के अंतिम माह की वजह से बाहर से आने वालों की संख्या भी बढ़ी है। ओपीडी में आने वालों में जिनमें कोविड जैसे लक्षण दिख रहे हैं, उनकी जांच करवाई जा रही है। ठंड के मौसम में भी सर्दी, खांसी, बुखार, जुकाम के मामले बढ़ते हैं, ऐसे में शासन के निर्देश का अनुपालन कराया जाएगा।