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दक्षिण अफ्रीका में पांच साल बाद वनडे सीरीज जीता भारत, सैमसन के शतक बाद अर्शदीप ने बरपाया कहर

केएल राहुल की कप्तानी में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका में तीन वनडे मैचों की सीरीज 2-1 से जीत गई है। उसने गुरुवार (21 दिसंबर) को सीरीज के तीसरे और आखिरी मुकाबले में मेजबान टीम को 78 रन से हरा दिया। राहुल की कप्तानी में ही टीम को 2022 में हार मिली थी। तब दक्षिण अफ्रीका ने तीनों मैच जीत लिए थे। यहां तक कि राहुल के कप्तान रहते भारत एक टेस्ट मैच भी हारा था। उस दौरे पर उनके नेतृत्व में टीम इंडिया चार मैच हारी थी। राहुल ने उन कड़वी यादों को भुलाते हुए बतौर कप्तान शानदार वापसी की।

दक्षिण अफ्रीका में भारत का रिकॉर्ड
भारत पांच साल बाद दक्षिण अफ्रीका में वनडे सीरीज जीता है। 2018 में विराट कोहली की कप्तानी में छह मैचों की सीरीज को टीम इंडिया 5-1 से जीतने में सफल हुई थी। राहुल दक्षिण अफ्रीका में वनडे सीरीज जीतने वाले भारत के दूसरे कप्तान बन गए। टीम इंडिया 1992, 2006, 2011, 2013 और 2022 में वहां सीरीज हारी है। पार्ल के बोलैंड पार्क में भारत पहली बार दक्षिण अफ्रीका से वनडे जीता है। इससे पहले 2022 में उसे दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था।

जोर्जी की पारी पर भारी अर्शदीप की गेंदबाजी
दक्षिण अफ्रीका के लिए टोनी डि जोर्जी ने सबसे ज्यादा 81 रन बनाए। उन्होंने पिछले मैच में शतक लगाकर टीम को जीत दिलाई। इस बार वह ऐसा नहीं कर पाए। कप्तान एडेन मार्करम ने 36 रन बनाए। हेनरिच क्लासेन ने 21, रीजा हेंड्रिंक्स ने 19, ब्यूरेन हेंड्रिक्स ने 18 और केशव महाराज ने 10 रन बनाए। रसी वान डर डुसेन और लिजाद विलियम्सन दो-दो रन ही बना पाए। वियान मुल्डर ने एक रन बनाया और नंद्रे बर्गर एक रन बनाकर नाबाद रहे। भारत के लिए अर्शदीप सिंह ने चार विकेट लिए। उन्होंने सीरीज में कुल नौ विकेट झटके। आवेश खान और वॉशिंगटन सुंदर को दो-दो सफलता मिली। मुकेश कुमार और अक्षर पटेल ने एक-एक विकेट लिया।

सैमसन का भारत के लिए पहला शतक
भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने शुरुआती झटकों के बाद टीम की पारी को संभालते हुए अपने अंतरराष्ट्रीय करिअर में पहली बार शतक जड़ दिया। संजू ने 108 रन की पारी में 114 गेंदों में छह चौके और तीन छक्के जड़े। संजू ने 2021 में अपना पहला वनडे मैच खेला था और वह अभी तक 16 वनडे मैच खेल चुके हैं। संजू ने कप्तान केएल राहुल के साथ तीसरे विकेट के लिए 52 और तिलक वर्मा के साथ चौथे विकेट के लिए 116 रन की अहम साझेदारियां निभाईं।

तिलक ने भी अपने वनडे करियर में पहली बार अर्धशतक लगाया। उन्होंने 77 गेंदों की पारी में 52 रन बनाए और पांच चौके व एक छक्का लगाया। उनके अलावा अलीगढ़ के रिंकू सिंह ने भी उपयोगी पारी खेली। उन्होंने 38 रन की पारी में 27 गेंद खेली और 3 चौके व 2 छक्का जड़े।

रजत पाटीदार का डेब्यू
मध्य प्रदेश के बल्लेबाज रजत पाटीदार ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। ऋतुराज गायकवाड़ दूसरे वनडे में क्षेत्ररक्षण के दौरान अपनी अंगुली की चोट से उबर नहीं पाए जिसके कारण तीसरे मैच में नहीं खेले। कुलदीप यादव की जगह वॉशिंगटन सुंदर को मौका दिया गया।

सलामी जोड़ी रही फ्लॉप
भारतीय सलामी जोड़ी लगातार तीसरे मैच में फ्लॉप रही। टीम को 32 रन के स्कोर पर बर्गर (2/64) ने पाटीदार (22) को बोल्ड कर दिया। फिर टीम के 49 रन पर साई सुदर्शन (10) भी बेयुरन (3/63) की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। शुरुआती झटकों के बाद कप्तान केएल राहुल ने संजू का साथ निभाया। राहुल को खेलते हुए लग रहा था कि वह लंबी पारी खेलेंगे, लेकिन 21 के निजी स्कोर पर मुल्डर (1/36) ने क्लासेन के हाथों कैच आउट करा दिया।

संजू-तिलक ने पारी को संभाला
फिर संजू और तिलक ने पारी को संभालने लगे। तिलक ने मार्करम की गेंद पर छक्का लगा दिया। फिर उन्होंने बर्गर की गेंद पर चौका लगाकर 75 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि, इसके बाद वह अगले ओवर में केशव महाराज (1/37) की गेंद पर मुल्डर को कैच दे बैठे। एक समय तिलक 38 गेंदों में 9 रन पर खेल रहे थे, लेकिन अगली 39 गेंदों में तेजी से 43 रन बना डाले।

संजू ने 110 गेंदों में जड़ा सैकड़ा
रिंकू ने क्रीज पर आते के साथ तेज खेलना शुरू किया। उन्होंने महाराज के ओवर में चौका तो बर्गर की गेंद पर छक्का जड़ा दिया। इस बीच, महाराज की गेंद पर एक रन लेकर संजू ने 110 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। हालांकि, वह छक्के के प्रयास में लिजाड विलियम्स (1/71) की गेंद पर रीजा द्वारा लपके गए। पारी के आखिरी ओवर में बर्गर की शुरुआती दो गेंदों पर रिंकू ने चौका और छक्का जड़कर भारत के 300 पार के स्कोर की उम्मीद जगा दी थी, लेकिन वह तीसरी गेंद पर सीमा रेखा के पास रीजा के हाथों कैच आउट हो गए। रिंकू सिंह (38 रन) और वॉशिंगटन सुंदर ने (14 रन) ने भारत की पारी को 290 रन के पार पहुंचाया।