अमेरिका में महंगाई और जीडीपी के आंकड़े जारी होने से पहले और ग्लोबल मार्केट के दवाब में भारतीय शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन भी टूट गया. बाजार के दोनों सूचकांक लाल रंग में कारोबर कर रहे हैं. बीएसई का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स 585.92 गिरकर 69,920.39 पर रहा. निफ्टी 173.35 फिसलकर 20,976.80 पर पहुंचा गया. हालांकि, शुरूआती कारोबार में 9.20 बजे तक सेंसेक्स करीब 300 अंक ऊपर उठकर 70,215 के पास कारोबार कर रहा था. जबकि, निफ्टी 85 अंक के घाटे में 21,060 अंक पर था. सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा और आईटीसी के शेयर नुकसान में रहे. पावर ग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले और एचडीएफसी बैंक के शेयर लाभ में रहे.
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग तथा जापान का निक्की नुकसान में रहे, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट फायदे में रहा. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79.38 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,322.08 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
रुपया शुरुआती कारोबार में चार पैस की गिरावट के साथ 83.22 प्रति डॉलर पर
घरेलू शेयर बाजारों के नकारात्मक रुख और विदेशी कोषों की निरंतर निकासी के बीच बृहस्पतिवार को रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे की गिरावट के साथ 83.22 पर आ गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि लाल सागर मार्ग के जरिए वैश्विक व्यापार में व्यवधान पर बढ़ती चिंताओं के बीच अमेरिकी डॉलर के कमजोर रुख से स्थानीय मुद्रा को थोड़ा समर्थन मिला और उसकी गिरावट सीमित रही. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.19 प्रति डॉलर पर खुला और बाद में गिरकर 83.24 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. हालांकि, थोड़ी देर में 83.22 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से चार पैसे की गिरावट है. रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.18 पर बंद हुआ था. इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 101.98 पर रहा. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79.50 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.