मध्य प्रदेश में सीएम पद की कमान डॉ. मोहन यादव ने संभाल ली है. जगदीश देवड़ा एवं राजेंद्र शुक्ला को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. अब सभी को कैबिनेट विस्तार का बेसब्री से इंतजार है. कैबिनेट विस्तार से पहले कई प्रकार के अनुमान लगाए जा रहे हैं. जानकारों की मानें तो मध्य प्रदेश के नए कैबिनेट में जातिगत समीकरण का खास ध्यान रखा जाएगा. पार्टी की महिला विधायक भी कैबिनेट में सम्मिलित होंगी. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इसमें बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. वहीं सिंधिया समर्थकों को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी. इसके अतिरिक्त शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट में सम्मिलित रहे कुछ विधायकों को भी दोबारा मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है.
मंत्री पद को लेकर इन नामों की चर्चा:-
भूपेंद्र सिंह, एदलसिंह कंसाना, प्रद्युमनसिंह तोमर, उषा ठाकुर, रमेश मंदोला, गोविंदसिंह राजपूत, बिजेंद्र सिंह, प्रदीप लारिया, शैलेंद्र कुमार, आशीष शर्मा,हरिशंकर खटीक, दिव्यराज सिंह, जयसिंह मरावी, मीना सिंह, संजय पाठक, ओमप्रकाश धुर्वे, राव उदयप्रताप सिंह, हेमंत खंडेलवाल, हरिसिंह रघुवंशी, विष्णु खत्री, विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, इंदरसिंह परमार, विजय शाह, अर्चना चिटनिस, बालकृष्ण पाटीदार, चिंतामण मालवीय,डॉ.राजेश सोनकर, निर्मला भूरिया आदि।
वही ये सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, मध्य प्रदेश तक इसकी पुष्टि नहीं करता है. संभावित मंत्रियों में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और इंदौर-1 से विधायक कैलाश विजयवर्गीय का नाम सम्मिलित है. विजयवर्गीय पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें अहम जिम्मेदारी मिल सकती है. बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा स्पीकर बनाया गया है.