जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रतिक्रिया दी है। इमरान खान का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला कश्मीर मुद्दे को और जटिल बना देगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बताया UNSC के प्रस्तावों का उल्लंघन
रावलपिंडी के अदियाना जेल में बंद इमरान खान ने एक संदेश के जरिए बताया कि भारतीय शीर्ष अदालत का फैसला यूएनएससी प्रस्तावों का उल्लंघन था। उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसे साझा किया है।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने कहा, यह स्पष्ट हो गया कि भारतीय शीर्ष अदालत का फैसला सदियों से चले आ रहे संघर्ष को सुलझाने में मदद करने की बजाय कश्मीर मुद्दे को और अधिक जटिल बना देगा। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी कश्मीर के लोगों को राजनीतिक समर्थन प्रदान करना जारी रखेगी। उन्होंने कश्मीर मुद्दे को भारत-पाकिस्तान के बीच विवाद का मुख्य जड़ बताया है।
इमरान खान ने बताया कि साल 2019 में कश्मीर के विशेष दर्जे को बदलने की कोशिश करने पर उनकी तत्कालीन पीटीआई सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उन्होंने बताया कि वे राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देते हुए भारत के साथ मजबूत संबंध स्थापित करना चाहते थे। हालांकि, पांच अगस्त 2019 के बाद से यह संभव नहीं हो पाया, क्योंकि वह कश्मीर के लोगों की इच्छा के साथ समझौता नहीं करना सकते थे।