मुम्बई। पिछले 20 महीने में छह लाख करोड़ रुपए लागत वाली 900 परियोजनाओं को पर्यावरणीय मंजूरी दी गई है। यह बात केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पर्यावरण की मंजूरी नहीं मिलने के कारण कई परियोजनाओं के अटक जाने की आलोचना के जवाब में कही। जावड़ेकर ने कहा कि पर्यावरणीय मंजूरी विकास में बाधा नहीं बननी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि पर्यावारण की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किया जाना चाहिए। यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि विकास परियोजनाओं में कोई देरी नहीं हो। सतत् विकास लक्ष्य पर राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘पिछले 20 महीने में मेरे मंत्रालय ने छह लाख करोड़ रुपए की लागत से संचालित 900 परियोजनाओं को पर्यावरणीय मंजूरी दी है।
विपक्षी दल और पर्यावरणविद् नरेन्द्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते रहे हैं कि पर्यावरणीय मंजूरी नहीं मिलने से कई परियोजनाएं लटकी हुई हैं। इस तरह की आलोचनाओं को खारिज करते हुए सरकार ने दावा किया है कि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार परियोजनाओं को रोकने के लिए जिम्मेदार रही है। अब विभिन्न परियोजनाओं की तत्काल मंजूरी दे दी जा रही है। जावड़ेकर ने 11वें राष्ट्रीय सतत् विकास लक्ष्य सम्मेलन के अवसर पर कहा कि 150 वर्षों के अनियंत्रित कार्बन उत्सर्जन के कारण तापमान में एक डिग्री की बढ़ोतरी के साथ ही जलवायु परिवर्तन एक हकीकत है।