अपने सपनों का घर बनाना किसे नहीं पसंद होता है, लेकिन अक्सर हम लोड को कम करने के लिए लंबे समय का होम लोन ले लेते हैं, लेकिन लोग ऐसे में इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाते हैं कि उन्हें कितना लोन चुकाना है और उस पर कितना ब्याज लगेगा और यहीं पर चूक हो जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अगर आपने होम लोन के मूलधन पर लगने वाले ब्याज को कैलकुलेट किया तो आपके होश उड़ जाएंगे।
जी हां, होम लोन आपको सहूलियत तो देता है लेकिन साथ में ही आपसे एक अच्छी खासी ब्याज की रकम वसूलता है जो मूलधन से भी दोगुना तक हो सकती है। अगर आपने घर खरीदने के लिए लंबे समय की ईएमआई ली है तो इसका टोटल इंट्रेस्ट रेट काफी ज्यादा हो जाता है। इसका सीधा सा मतलब है कि होम लोन पर आप ईएमआई को जितना छोटा करते हैं, आपको ब्याज के तौर पर उतने ही ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं।
यहां पर हम आपको कुछ ऐसी ही कैलकुलेशन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप होम लोन पर लंबी अवधि में दिए गए इंट्रेस्ट के बारे में पता कर सकते हैं। साथ ही कुछ ऐसी टिप्स भी है, जिससे आप इन्हें कम कर सकते हैं। अगर आपने किसी बैंक से 40 लख रुपए का लोन लिया है, तो 20 से 30 साल में बैंक आपसे कितना ब्याज वसूलता है आइए जानते हैं।
मान लीजिए अपने किसी बैंक से 40 लख रुपए का होम लोन लिया है और इसे लौटने का समय 20 साल रखा है। आपको 9.55 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से हर महीने 37400 रुपए के आसपास देना होगा। आपको यह रकम अगले 20 सालों तक देनी होगी, वह भी तब जबकि इंट्रेस्ट रेट इतना ही होगा। अगर इंट्रेस्ट रेट बढ़ता है तो आपकी ईएमआई या फिर लोन भरने का समय बढ़ सकता है।
अगर 9.55 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से कैलकुलेशन करें तो 40 लाख रुपए लोन की रकम पर आपको 49,80,000 से ज्यादा का टैक्स भरना होगा और अगर इसमें मूलधन जोड़ दिया जाए तो यहरकम 89 लख रुपए से भी ज्यादा की हो जाएगी।
वहीं अगर आपने 30 साल का लोन लिया है, तो 40 लाख रुपए के मूलधन पर 9.5 फीसदी ब्याज के साथ आपकी सालाना ईएमआई 33780 के करीब रह जाएगी। यह रकम आपको 30 साल यानी 360 महीने तक लगातार देनी होगी। अगर हम 33780 रुपए का 360 में गुणा करते हैं, तो आपको कुल 1,21,60,867 रुपए चुकाने पड़ेंगे, जो मूलधन की कुल रकम से लगभग तीन गुना से भी ज्यादा है।
जाने कैसे काम हो सकती है ब्याज की रकम
अगर आपको इस लंबे चौड़े ब्याज के बोझ को कम करना है, तो सबसे पहले आपको ज्यादा डाउन पेमेंट के बारे में सोचना चाहिए। क्योंकि आप जितना ज्यादा डाउन पेमेंट करेंगे लोन की रकम उतनी ही काम हो जाएगी और आपका ब्याज भी कम लगेगा। साथ ही अगर आप होम लोन ले भी रहे हैं, तो अपनी ईएमआई ज्यादा रखें ताकि आपको कम समय तक बैंक को ब्याज देना पड़े। इसके अलावा आप प्री पेमेंट के जरिए लोन को जल्दी खत्म करके ज्यादा ब्याज चुकने से बच सकते हैं। प्री पेमेंट के अमाउंट को आपके मूलधन से घटा दिया जाता है, जिससे आप ब्याज पर लगने वाले लाखों रुपए की बचत कर सकते हैं।