उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कांग्रेस पर अतीत में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध करने का आरोप लगाया और कहा कि अगर पार्टी चाहती तो 1947 में ही मंदिर बना सकती थी।योगी आदित्यनाथ ने अलग-अलग जगहों पर भाजपा के लिए मध्य प्रदेश में प्रचार किया। योगी आदित्यनाथ ने मध्य प्रदेश के खातेगांव में एक चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस 1947 में ही अयोध्या में राम मंदिर बना सकती थी। सरदार वल्लभभाई पटेल ऐसा चाहते थे, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने इसे अस्वीकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अयोध्या के राम मंदिर का विरोध करती रही और जब आंदोलन शुरू हुआ तो उन्होंने कहना शुरू कर दिया कि भगवान राम का अस्तित्व ही नहीं था।
योगी ने अपना एक पार्टी जो सबसे पुरानी होने का दावा करती है, अगर वह नायकों और प्रेरणा के प्रतीक को खारिज करती है, तो उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए रहना। उन्होंने कहा कि 6 साल पहले यूपी के लोग अपनी पहचान छिपाते थे कोई नहीं बताता था कि वो उत्तर प्रदेश से है क्योंकि उस समय यूपी का मतलब ऐसा राज्य था जहां कर्फ्यू लगता था, अराजकता, माफिया राज था, गुंडागर्दी थी लेकिन आज हर कोई कहता है कि मैं उत्तर प्रदेश का निवासी हूं क्योंकि अब प्रदेश की पहचान कर्फ्यू, माफिया,गुंडागर्दी से नहीं है बल्कि उत्तर प्रदेश की पहचान प्रभु राम, मां गंगा से है और झांसी लक्ष्मी बाई से है….आज प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर होकर नई पहचान बना रहा है।
योगी ने कहा कि कांग्रेस समस्या का नाम है..आतंकवाद, नक्सलवाद, भ्रष्टाचार कांग्रेस की देन है …कल आपने देखा होगा राहुल गांधी केदारनाथ धाम दर्शन करने के लिए गए थे। पार्टी उनकी मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ रही है और राहुल गांधी तय कर चुके हैं कि कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश में नहीं आने वाली है इसलिए वो पहले ही धाम की यात्रा पर निकल गए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो काम भाजपा ने कर दिखाया है और डबल इंजन की सरकार जिस तेजी से कर रही है, कांग्रेस नहीं कर पाई है… जो राष्ट्र को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सके, आने वाली पीढ़ी के भविष्य को उज्जवल कर सके और जो हर समस्या के समाधान का मार्ग भी निकाल दे, वही नेतृत्व करने की स्थिति में होता है। इस दृश्य से भाजपा की सरकार, डबल इंजन की सरकार मध्य प्रदेश में आवश्यक है।”