Sunday , December 22 2024
Breaking News

कपड़ा कारोबारी के पौत्र की अपहरण के बाद हत्या,शिक्षिका के प्रेमी के घर से शव बरामद

कानपुर। जनपद के रायपुरवा क्षेत्र के कपड़ा व्यापारी के पौत्र की सोमवार की रात अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। अपराधी पुलिस एवं परिवार को भ्रमित करने के लिए व्यापारी के घर एक पत्र भेजकर तीस लाख फिरौती की मांग किया। सूचना पर सक्रिय हुए पुलिस आयुक्त आर.के स्वर्णकार, जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी, नीलाब्जा चौधरी, एडीसीपी आरती सिंह फोर्स समेत व्यापारी के घर पहुंचे और जांच शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस ने फजलगंज स्थित शिक्षिका के प्रेमी के घर से छात्र का शव बरामद कर लिया है।

संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि राय पुरवा निवासी कपड़ा कारोबारी संजय कनौडिया का पी रोड पर कपड़ों का बड़ा कारोबार है। उनका पौत्र कुशाग्र कैंट स्थित जयपुरिया स्कूल में हाई स्कूल का छात्र है। उसके पिता मनीष कनौडिया सूरत में कपड़ों का कारोबार संभालते हैं। सोमवार को वह अपनी स्कूटी से शाम करीब 4:30 बजे स्वरूप नगर स्थित कोचिंग सेंटर गया था। जहां से वह वापस नहीं लौटा तो परिवार के लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

जिसके बाद अपहरण एवं फिरौती को लेकर जांच शुरू कर दी गई। पुलिस को कुशाग्र की स्कूटी लावारिस हालत में गुंजन टॉकीज के पास पाई गई। पुलिस ने तत्काल सीसीटीवी कैमरों एवं संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी गई।सोमवार की रात को ही छात्र कुशाग्र का शव फजलगंज के ओमपुरवा में रहने वाली शिक्षिका के प्रेमी के घर से बरामद किया गया। व्यापारी के घर फिरौती के लिए पत्र भेजने वाले संदिग्ध को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।

स्वरूप नगर स्थित कोचिंग सेंटर गया था कुशाग्र-
परिजनों ने कोचिंग और कुशाग्र के दोस्तों से जानकारी की शाम 7:30 बजे परिजनों ने घर का कुछ सामान लाने के लिए उसके नंबर पर कॉल किया, लेकिन नंबर बंद मिला। घबराए परिजनों ने कोचिंग और कुशाग्र के दोस्तों से फोन पर जानकारी की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को अपहरण की सूचना दी तो पुलिस सक्रिय हुई।

फिरौती का पत्र फेंकने वाला पुलिस हिरासत में-
पुलिस ने छात्र के घर के पास सीसीटीवी कैमरों की मदद से एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया था। फुटेज में यह युवक अपनी स्कूटी से कारोबारी के घर के पास पहुंचकर फिरौती वाला पत्र फेंकता नजर आया है। पुलिस ने दो युवकों और युवतियों को उठाया था।