2024 के लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। 9 साल से ज्यादा समय से सत्ता पर काबिज नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अगुवाई में एक बार फिर एनडीए ताल ठोक रहा है तो वहीं विपक्ष I.N.D.I.A के सहारे अपनी दावेदारी पेश कर रहा है। सरकार किसकी बनेगी यह तो 2024 में पता चलेगा। लेकिन इस बीच इंटरनेशन ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies LLC) ने एक बड़ी बात कही है। जेफरीज की मानें तो अगर नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले गठबंधन की हार 2024 में हुई तो शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। जेफरीज में इक्विटी स्ट्रैटेजी के ग्लोबल हेड क्रिस वुड (Chris Wood) का कहना है कि अगर नरेंद्र मोदी की पार्टी सत्ता में नहीं आई तो भारतीय शेयर बाजार गिर सकता है।
25% तक लुढ़क सकता है स्टॉक मार्केट
क्रिस वुड का कहना है कि अगर 2004 की तरह भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में वापसी नहीं होती है तो भारतीय शेयर बाजार 25 प्रतिशत तक लुढ़क सकता है। वुड कहते हैं कि मौजूदा सरकार ने ग्लोबल सप्लाई चेन को आकर्षित करने के लिए कई तरह के रिफॉर्म्स किए हैं। बता दें, क्रिस वुड ने यह बयान बिजनेस स्टैंडर्ड के एक इवेंट में दिया है।
2004 में अटल सरकार जाने पर कैसा था शेयर का रिएक्शन?
साल 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार को हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा की हार के बाद शेयर बाजार में अगले 2 दिनों के दौरान 20% की गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने साउथ एशियन इकोनॉमी को ओपन करने के लिए बनाई गई पॉलिसीज को बरकरार रखने का अश्वासन दिया था। जिसके बाद मार्केट शुरुआती 2 दिनों के नुकसान को कुछ हद भरपाई करने में सफल रहा था।