देश में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपीआई (UPI) की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है. किसी को पैसे भेजना हो तो पहले बैंकों के चक्कर काटना पड़ता था. अब आप किसी भी फोनपे, भीम, पेटीएम जैसे किसी भी यूपीआई ऐप के जरिए ये काम घर बैठे कर सकते हैं.
आमतौर पर इसके लिए आपको सिर्फ इंटरनेट की जरूरत होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आपके फोन में इंटरनेट नहीं है, तो भी आप यूपीआई के जरिए पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं. जी हां, यह सच है. हाल ही में नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई लाइट एक्स (UPI Lite X) नामक एक नया फीचर लॉन्च किया है, जो यूजर्स को बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी ऑफलाइन मनी ट्रांसफर की सुविधा देता है.
हाल ही में आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में यूपीआई लाइट एक्स फीचर को पेश किया गया था. यह फीचर नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) सपोर्ट के साथ काम करता है. इसका मतलब है कि अगर आपके फोन में एनएफसी की सुविधा है तो आप यूपीआई लाइट एक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.
UPI Lite X: भीम ऐप पर कैसे सेट करें?
UPI Lite X का फीचर भीम ऐप पर लाइव हो चुका है. इसका उपयोग करने के लिए यूजर्स को NFC सपोर्ट वाले एंड्रॉयड स्मार्टफोन की जरूरत होगी. यह फीचर आईफोन के साथ कम्पैटिबल नहीं हैं. इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए सेंडर और रिसीवर दोनों के पास BHIM ऐप का लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल होना चाहिए. इसके अलावा सेंडर और रिसीवर दोनों के पास एनएफसी सपोर्ट वाले एंड्रॉयड डिवाइस होने चाहिए.
भीम ऐप खोलें और ‘UPI Lite X Balance’ मेनू पर जाएं.
‘Enable’ बटन पर टैप करें.
ऑफलाइन ट्रांजैक्शन की अनुमति देने के लिए टिकबॉक्स को टॉगल करें और फिर ‘Enable Now’ पर टैप करें.
ऐप आपको अपने UPI Lite wallet में फंड जोड़ने के लिए संकेत देगा. रकम दर्ज करें.
‘Enable UPI Lite X’ बटन पर क्लिक करें.
आपको अपना UPI पिन दर्ज करने के लिए कहा जाएगा
एक बार आपके वॉलेट में फंड जुड़ जाने के बाद आप UPI Lite X का उपयोग शुरू कर सकते हैं.
UPI से अगस्त में हुए 10 अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन
बता दें कि यूपीआई के जरिए ट्रांजैक्शन का आंकड़ा अगस्त में 10 अरब को पार कर गया. हाल ही में एनपीसीआई ने यह जानकारी दी थी. एनसीपीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 30 अगस्त को यूपीआई ट्रांजैक्शन का आंकड़ा 10.24 अरब हो गया. इन ट्रांजैक्शन का मूल्य 15,18,456.4 करोड़ रुपये रहा. जुलाई में यूपीआई ट्रांजैक्शन की संख्या 9.96 अरब थी जबकि जून में यह 9.33 अरब थी.